कुल जमाती इजलास में कांग्रेस के मौक़िफ़ का इज़हार नहीं होगा

सदर प्रदेश कांग्रेस बी सत्या नारायना ने कहा कि कुल जमाती इजलास में बरसर-ए-इक्तदार कांग्रेस अपने मौक़िफ़ का इज़हार नहीं करेगी, बल्कि अपोज़ीशन जमातों से राय हासिल करेगी। कांग्रेस के तौसीई इजलास में कुल जमाती इजलास का तज़किरा नहीं होगा, सिर्फ़ पार्टी के इस्तिहकाम और आइन्दा माह मुनाक़िद शुदनी इमदाद-ए-बाहमी के इंतिख़ाबात की हिक्मत-ए-अमली पर ग़ौर किया जाएगा।

आज गांधी भवन में प्रेस कान्फ़्रेस से ख़िताब करते हुए सदर प्रदेश कांग्रेस ने कहा कि कांग्रेस बरसर-ए-इक्तदार जमात है, उस की राय का दीगर जमातों पर असर हो सकता है, लिहाज़ा 28 दिसंबर को मुनाक़िद शुदनी कुल जमाती इजलास में कांग्रेस अपनी राय ज़ाहिर नहीं करेगी। उन्हों ने 7 दिसंबर 2009 को सेक्रेटरीयट में रोशैया की क़ियादत में मुनाक़िदा कुल जमाती इजलास का हवाला देते हुए कहा कि उस वक़्त भी कांग्रेस ने अपनी राय ज़ाहिर नहीं की थी, बल्कि अपोज़ीशन जमातों की राय लेने के बाद 9 दिसंबर को फ़ैसला किया था।

सदर प्रदेश कांग्रेस ने कहा कि कांग्रेस के इजलास में रियासत के तीनों इलाक़ों के अवामी मसाइल पर ग़ौर करते हुए मंसूबा बंदी की जाएगी।