केंद्र सरकार ने साइंस पढ़ाने वाले मदरसों को मिड-डे-मील देने का किया फ़ैसला

केंद्र सरकार ने मदरसों में पढ़ रहे छात्रों को मिड-डे-मील देने का फ़ैसला किया है। इस फ़ैसले के साथ केंद्र सरकार ने एक शर्त भी रखी है। यह मिड-डे-मील सिर्फ़ उन मदरसों में दिया जाएगा जो बच्चों को साइंस और मैथ्स जैसे ख़ास विषय पढ़ाए जाते हैं। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने माइनोरिटी कमीशन की सालाना कांफ्रेंस के बाद यह एलान किया।

मुख़्तार अब्बास नाकवी ने कहा कि मदरसों के प्रतिनिधियों के साथ एक मीटिंग कर इस मुद्दे पर उनसे राय माँगी गयी है। आपको बता दूँ कि केंद्र सरकार का फ़रमान उस वक्त किया है, जब उत्तर प्रदेश के साथ-साथ चार और राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीख तय हो चुकी है।

केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन (MEAF) की जनरल बॉडी मीटिंग में मिड-डे मील का फैसला लिया गया है इसके लिए मदरसों को ग्रांट देने का फैसला भी केंद्र साकार ने किया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह सोचना और समझना ग़लत होगा कि मदरसे भारत का हिस्सा नहीं हैं। ज्यादातर मदरसों में बहुत अच्छा काम किया जा रहा है।”