भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के बूते दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुई आम आदमी पार्टी अब खुद भ्रष्टाचार के आरोप में घिर गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भरोसेमंद मंत्री सत्येंद्र जैन से जुड़े संपत्ति और बैंक के कागजात सीबीआई के हाथ लगने के बाद, जैन पर ईडी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का शिकंजा भी कसता जा रहा है.
सीबीआई इस मामले में जल्द ही पूछताछ के लिए सत्येंद्र जैन को तलब कर सकती है. अब तक सीबीआई के हाथ जो दस्तावेज हाथ लगे हैं उसमें दिल्ली के कराला गांव में 12 बीघा ज़मीन, 8 बीघा ज़मीन और 14 बीघा जमीन शामिल है. इसके अलावा 2011 में बैंक में जमा की गई 2 करोड़ रुपए की जमा पर्ची, 41 चेक बुक और पैसे के लेन-देन से जुड़े कई दस्तावेज़ मिले हैं.
सीबीआई की माने तो सत्येंद्र जैन से जूड़े सारे दस्तावेज दिल्ली डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार, डॉक्टर ऋषि राज के लॉकर से मिले हैं. सीबीआई की पूछताछ में ऋषि राज ने बताया कि दिल्ली मेडिकल काउंसिल के प्रेसीडेंट अरुण गुप्ता के घर में भी सत्येंद्र जैन से जुड़े कुछ सबूत मौजूद हैं, जिसके बाद सीबीआई ने अरुण गुप्ता के यहां छापा मारकर 3 लैपटॉप और 4 हार्ड-डिस्क बरामद किए हैं.
मौके को भुनाने में नेता भला कैसे पीछे रहते. आप के बागी नेता कपिल मिश्रा ने एक दस्तावेज ट्वीट किया जिसके आधार पर यह दावा किया गया कि ऋषि राज की नियुक्ति खुद अरविंद केजरीवाल ने की थी, जबकि एलजी और कई डॉक्टर इसके विरोध में थे.
हालांकि, किसी भी अन्य राजनीतिक पार्टी की तरह आम आदमी पार्टी ने भी इसे राजनीति साजिश बताया. मनीष सिसोदिया ने इसे सियासी चाल करार दिया है. आप भले ही इसे सियासी चाल बता रही है लेकिन इस जांच की आंच से केजरीवाल कैसे खुद को और पार्टी को बचाते हैं, ये देखना वाकई दिलचस्प होगा.