अरविंद केजरीवाल अन्ना हज़ारे से मिलने रालेगण नहीं जा रहे हैं । उन्होंने बुख़ार की वजह से अपना दौरा मंसूख़ कर दिया। आम आदमी पार्टी (आप) के तर्जुमान मनीष सिसोदिया ने बताया कि केजरीवाल को तेज़ बुख़ार है। उसकी वजह से वो हज़ारे को हिमायत देने के लिए रालेगांव नहीं जा पाएंगे।
अन्ना हज़ारे पार्लियामेंट में जनलोकपाल बिल को पास कराने को लेकर दबाव के लिए बेमियादी भूख हड़ताल पर हैं। उन्होंने बताया कि केजरीवाल के मुक़ाम पर पार्टी लीडर कुमार विश्वास, संजय सिंह और गोपाल राय रालेगण जा रहे हैं।
सिसोदिया ने बताया कि तेज़ बुख़ार के बावजूद केजरीवाल ने दिल्ली असेंबली इंतिख़ाबात में आप की तारीख़ी जीत के बाद जल्सा-ए-आम से ख़िताब किया। जल्सा-ए-आम ख़त्म होने के फ़ोरी बाद वो डाक्टर के पास गए, जिन्होंने उन्हें आराम करने की सलाह दी। सेहत ठीक हो जाने पर हज़ारे को हिमायत देने के लिए केजरीवाल रालेगण जाऐंगे।
बुध को अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि वो रालेगांव जाऐंगे और अन्ना की तहरीक को उनकी मुकम्मल हिमायत है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि अन्ना किसी भी सियासी पार्टी के साथ अपना प्लेटफार्म इश्तिराक नहीं करना चाहते हैं इस लिए वो उनके प्लेटफार्म पर नहीं जाएँगे, बल्कि वहां सामयीन में ही बैठेंगे।
क़ाबिल-ए-ज़िक्र है कि बदउनवानी के ख़िलाफ़ मुहिम चलाने वाले 76 साला अन्ना हज़ारे महाराष्ट्र के अहमदनगर ज़िले में अपने गांव में मंगल को अनशन पर बैठ गए हैं। उन्होंने वाज़िह कर दिया है कि जब तक ये ऐन्टी करप्शन बिल पास नहीं हो जाता तब तक वो अपना मुज़ाहेरा ख़त्म नहीं करेंगे।