थरवानंथापूरम, 05 अप्रेल: 14 पाकिस्तानी मछियारों को जिन्हें छः माह हिन्दुस्तानी बहरीया के अरकान ने गिरफ़्तार कर के जेल भेज दिया था उनको आज रिहा करते हुए पाकिस्तान रवाना कर दिया गया। याद रहे कि छः माह पहले हिन्दुस्तानी आबी हुदूद में दाख़िल होने पर उन की गिरफ़्तारी अमल में आई थी। तमाम मछियारें बज़रिया ट्रेन वाघा सरहद के लिए रवाना हुए। उस वक़्त केरला पुलिस भी उन के हमराह थी।
ए डी जी पी जैकब ने कहा कि ज़ाबते की तमाम कार्यवइयों की तकमील के बाद उन की रिहाई अमल में आई। केरला पुलिस उन्हें इंटेलिजेंस ब्यूरो के आफ़िसरान के हवाले करेगी जो उन्हें पाकिस्तानी हुक्काम के हवाले करेंगे। यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि पाकिस्तानी मछियारें और एक ईरानी शहरी की क्षति को लक्षदीप के क़रीब रोक दिया गया था,और उन्हें गिरफ़्तार करलिया गया था हालाँकि उन्होंने ( मछियारों) हैरत ज़ाहिर की थी कि आख़िर उन्हें गिरफ़्तार क्यों किया जा रहा है? जिस पर हिन्दुस्तानी बहरिया के आफ़िसरान ने बताया कि वो हिन्दुस्तानी आबी हुदूद में दाख़िल होगए हैं जो एक जुर्म है।
दूसरी तरफ़ जेल हुक्काम ने बताया कि लक्षदीप इंतिज़ामिया के पास उस नौईयत के क़ानूनी मामलात से निमटने कोई मेकानज़म मौजूद नहीं है। लिहाज़ा उन्हें पहले कूची लाया गया और बादअज़ां पूजा पूरा सेंटर्ल जेल मुंतक़िल कर दिया गया। याद रहे कि पाकिस्तानी मछियारें अक्सर-ओ-बेशतर हिन्दुस्तानी आबी हुदूद में दाख़िल होजाते हैं और उन की गिरफ़्तारी अमल में आती है।
इसी तरह पाकिस्तानी मछियारे भी हिन्दुस्तानी आबी हुदूद में दाख़िल होजाते हैं और उन्हें गिरफ़्तार किया जाता है। ये सिलसिला एक अर्से से जारी है जबकि सिरी लंकाई आबी हुदूद में भी हिन्दुस्तानी मछियारों के दाख़िल होने पर काफ़ी अर्से से तनाज़आत मौजूद हैं।