ऐसे वक़्त में जबकि इस बात को लेकर बहस छिड़ी हुई है कि मुंबई की हाजी अली दरगाह में औरतों को आने दिया जाए या नहीं, इसी वक़्त एक हज़ार साल पुरानी जामा मस्जिद जो केरल के कोट्टायम ज़िले में हैं, ने पहली बार मस्जिद का दरवाज़ा औरतों के लिए खोल दिया है.
Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
थाजहथान्गादी में स्थित इस मस्जिद को मलिन बिन दीनार द्वारा बनवाई गयी 11 मस्जिदों में से एक माना जाता है. मालिक बिन दीनार ने 8 वीं शताब्दी में ये मस्जिद बनवाई थी.
मस्जिद के अन्दर कभी औरतों को आने की इजाज़त नहीं रही थी लेकिन आम लोगों की एक अपील के बाद मस्जिद को औरतों के लिए खोल दिया गया है.
चीफ़ इमाम मौलौद्दीन ने कहा कि ‘सही’ लिबास में मुस्लिम औरतें मस्जिद के नादर जा सकती हैं, हफ़्ते में दो रोज़ ही अभी ये इजाज़त दी गयी है . उन्होंने कहा कि अन्दर जा के मस्जिद को देखने की इजाज़त दी गयी है लेकिन अभी नमाज़ पढने की इजाज़त नहीं दी गयी है.
“इस फ़ैसले बहुत से लोग ख़ुश नहीं हैं. अभी के लिए तो ये है कि मुस्लिम औरतें अन्दर जा सकती हैं, उनके मस्जिद में नमाज़ पढने के बारे फ़ैसला आने वाले समय में लिया जाएगा”, मस्जिद की समिति के अध्यक्ष MP नवाब ने कहा