केरल: मेडिकल कॉलेज के 40 छात्रों रैगिंग कर जबरदस्ती उतरवाए कपड़े

केरल के मल्लीपुरम में मेडिकल कॉलेज से एक बहुत ही शर्मनाक खबर सामने आई है। इस मेडिकल कॉलेज के फर्स्ट ईयर के करीब 40 छात्रों ने अपने वरिष्ठ छात्रों पर रैगिंग का आरोप लगाया है। छात्रों का कहना है कि उनके 21 वरिष्ठ साथियों ने उन्हें जबरदस्ती कपड़े उतारने और टॉयलेट साफ करने के लिए मजबूर किया। जिसके बाद कॉलेज की तरफ से 21 छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक, फ्रेशर्स से टॉयलेट साफ करवाए गए थे और गंदा पानी भी उन्हें जबरन पिलाया गया था। जब उन 40 छात्रों ने अपने सीनियर छात्रों पर आरोप लगाया, उसके बाद कॉलेज प्रशासन हरकत में आया और कॉलेज की आंतरिक कमेटी ने जांच शुरू की।

आरोपों की जांच के लिए कॉलेज के तीन प्रोफेसर भी पुलिस के साथ मिलकर जांच कर रहे हैं। वह अपनी रिपोर्ट जल्द ही एंटी रैगिंग कमेटी को सौंप देंगे। उस कमेटी में पुलिस और मीडिया के लोग भी शामिल हैं। उस रिपोर्ट को देखने के बाद ही आगे मामला बढ़ेगा।
इससे दो दिन पहले भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। तब कोटायम के एक सरकारी पोलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ने वाले सात छात्रों पर फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स से रैगिंग करने का आरोप लगा था।

सात छात्रों में से पांच ने 19 दिसंबर को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। इस मामले में प्रथम वर्ष के एक छात्र का गुर्दा क्षतिग्रस्त हो गया था। दो छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिनमें से एक त्रिशूर जिले के इरिन्जालाकुडा का है और दूसरा एरनाकुलम जिले के चेरानाल्लूर का है । दोनों ही छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

नट्टाकोम स्थित पॉलिटेक्निक में 2 दिसंबर की रात पुरूष छात्रावास में प्रथम वर्ष के आठ छात्रों के साथ कथित तौर पर वरिष्ठ छात्रों के एक समूह ने क्रूर ढंग से रैगिंग की थी। इनमें से दो छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनमें से एक त्रिशूर जिले के इरिन्जालाकुडा का है और दूसरा एरनाकुलम जिले के चेरानाल्लूर का है। दोनों ही छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि इनमें से इरिन्जालाकुडा के छात्र के गुर्दे को काफी नुकसान पहुंचा है।

उन्होंने बताया कि चिकित्सकों ने छात्र के गुर्दे के क्षतिग्रस्त होने की बात पता चलने के बाद उसे डायलिसिस पर रखा जहां पिछले 11 दिनों में तीन बार उसका डायलिसिस किया जा चुका है। आरोपियों ने कथित तौर पर पीड़ित को शराब पीने के लिए मजबूर किया था जिसमें कुछ हानिकारक पाउडर मिला हुआ था। उन्होंने इन छात्रों के साथ करीब छह घंटे तक क्रूर ढंग से रैगिंग की थी। पुलिस के मामला दर्ज करने के बाद से ही ये आरोपी फरार थे। उन्हें संस्थान से भी निलंबित कर दिया गया है।