केस नहीं लिया वापस, तो मुल्ज़िम ने घर में घुसकर किया इस्मतरेज़ि

लाख दावे किए जाएं कि सूबे की बेटियों के लिए रियासत में बेहतर माहौल है। सरकारी सतह पर इनके महफूज होने का चाहें जितना ढिंढोरा पीटा जाए, लेकिन जिस तरीके से औरतों की आबरू पर हमले किए जा रहे हैं ऐसा कह पाना शायद थोड़ा मुश्किल होगा। रियासत में अक्सर ऐसी वारदात सामने आ जाती हैं जिसके चलते सवाल उठना लाजिमी है।

गुजिशता कुछ दिनों से जिस तरह के मामले सामने आ रहे हैं, रियासत की शोबिया खराब हुयी है। जिस तरह से स्कूल-कॉलेजों के साथ ही ऑफिसों में साथियों से जिंसी इस्तहसाल का मामला सामने आता रहा है, शर्मसार करने वाला है। हालांकि ऐसे काम को कुछ तंग ज़ेहनीयत वाले लोगों के तरफ से अंजाम दिया जाता है, लेकिन इससे पूरे रियासत की कानून नेज़ाम और वहां रहने वाले लोगों की वफादारी पर सवाल उठता है।

ताजा मामला कटिहार का है जहां नवीं क्लास में पढ़ने वाली एक तालेबा को उसके पड़ोसी ने ही जबरन अपनी हवस का शिकार बना लिया। इस्मतरेज़ि का इल्ज़ाम आलोक नामी यह लड़का गुजिशता एक साल से नाबालिग तालेबा के साथ छेडछाड़ करता था। लकड़ी जब इसका मुखालिफत किया तो उसने लड़की के पूरे खानदान को जान से मारने की धमकी भी दी थी।

इस मामले में मुतसिरा खानदान ने पुलिस में मामला भी दर्ज करवाया था। मामले को लेकर अदालत में केस भी दर्ज हुआ था और मुल्ज़िम ने तब भी पूरे खानदान को धमकाया भी था।

केस वापस नहीं लेने पर मुल्ज़िम ने अपनी एक ऐसी वाकिया को अंजाम दे डाला, कि पूरा खानदान सहम गया। मुल्ज़िम ने अपनी दबंगई दिखाते हुए जबरन घर में घुसकर तालेबा का इस्मतरेज़ि कर डाला। इस वाकिया के बाद से मुतसिरा खानदान दहशत में जी रहा है। इस वक्त लड़की और उसका पूरा खानदान इंसाफ के लिए पुलिस की तरफ उम्मीद लगाए बैठा है। पुलिस ने पूरा मामला दर्ज कर लिया है और मुल्ज़िम अभी भी पुलिस की पकड़ से फरार है।