के चन्द्र शेखर राव को फ़िरकार्परस्त क़ाइदीन से लगाव

मुस्तक़बिल में टी आर ऐस-ओ-बी जे पी में इत्तिहाद, आबिद रसूल ख़ां का ब्यान हैदराबाद /21 अक्तूबर (सियासत न्यूज़) जनरल सैक्रेटरी प्रदेश कांग्रेस कमेटी मिस्टर आबिद रसूल ख़ां ने कहा कि बिलआख़िर बिल्ली थैले से बाहर आगई। विजय शांति की अडवानी से मुलाक़ात के बाद टी आर इसके बारे में बी जे पी से मुस्तक़बिल में इत्तिहाद के जो शकूक थे, इस को मज़ीद तक़वियत हासिल हुई है। मिस्टर आबिद रसूल ख़ां ने कहा कि सरबराह टी आर ऐस मिस्टर के चन्द्र शेखर रावको फ़िकऱ्ापरस्त ज़हनीयत रखने वाले क़ाइदीन से ज़्यादा लगाव है, माज़ी में बी जे पी से टी आर ऐस में शामिल होने वाले मिस्टर ए नरेंद्र दुबारा बी जे पी में शामिल हो चुके हैं। बी जे पी से बाहर आने के बाद तेलंगाना के नाम पर नरेंद्र ने एक जमात तशकील दी थी, जिस को उन्हों ने टी आर ऐस में ज़म करदिया था। विजय शांति का पस-ए-मंज़र भी कुछ अलग नहीं है, उन्हों ने बी जे पी छोड़ने के बाद तेलंगाना के नाम पर एक जमात तशकील दी थी, फिर उस को टी आर ऐस में ज़म करदिया था। इन की अडवानी से मुलाक़ात के बाद टी आर उसकी बी जे पी से क़ुरबत को तक़वियत हासिल हो गई है। 2009 के आम इंतिख़ाबात में हलक़ा तबदील करके महबूबनगर से मुक़ाबला करने वाले सरबराह टी आर ऐस मिस्टर के चन्द्र शेखर रावने सैकूलर अज़म का राग अलापते हुए मुस्लमानों को गुमराह किया। जैसे ही राय दही का अमल ख़तम हुआ, नताइज से क़बल मर्कज़ में इन डी ए की ताईद का ऐलान करदिया। दुबारा यू पी ए हुकूमत तशकील पाने के बाद तेलंगाना तहरीक चलाने वाले सरबराह टी आर उसका झकाव दुबारा बी जे पी की तरफ़ हो गया है। अडवानी से विजय शांति की मुलाक़ात इस बात का खुला सबूत है। तेलंगाना तहरीक में लाखों मुस्लमान शामिल हैं, ताहम टी आर उसकी रुकन पार्लीमैंट की अडवानी से मुलाक़ात के बाद मुस्लमानों में तशवीश पाई जाती है। जमात-ए-इस्लामी ने भी तेलंगाना तहरीक में शामिल है। टी आर ऐस और तेलंगाना सयासी जवाइंट ऐक्शण कमेटी में शामिल है। अब इस के लिए विजय शांति की अडवानी से मुलाक़ात के बाद अपने फ़ैसला पर नज़रसानी करना ज़रूरी है। तेलंगाना की तशकील के लिए तहरीक चलाने वाली सैकूलर जमातों के साथ मिल कर तहरीक चिल्लाना चाआई। कांग्रेस पार्टी तेलंगाना के ख़िलाफ़ नहीं है, मसला का काबिल-ए-क़बूल हल निकालने के लिए कांग्रेस पार्टी संजीदा कोशिश कर रही है। उन्हें यक़ीन है कि बहुत जल्द तेलंगाना का फ़ैसला हो जाएगा।