वज़ीर आबपाशी-ओ-उमूर् मुक़न्निना टी हरीश राव ने चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे पर के सी आर के बजाये उन के फ़ाइज़ होने से मुताल्लिक़ तेलुगु देशम पार्टी के रुकने असेंबली रेवंथ रेड्डी के मुबय्यना रिमार्कस की सख़्त अलफ़ाज़ में मज़म्मत की।
असेंबली में वाक़्ये अपने चैंबर्स में अख़बारी नुमाइंदों से ग़ैर रस्मी बातचीत के दौरान हरीश राव ने कहा कि के सी आर ना सिर्फ़ मेरे मामूं हैं बल्कि वो मेरे वालिद जैसे हैं जिन की बदौलत में इस मुक़ाम तक पहुंचा हूँ।
सब से बढ़ कर हक़ीक़त तो ये है के सियासत, असेंबली की रुकनीयत और वज़ारत ये सब के सी आर के रहम-ओ-करम के सिवाए कुछ और नहीं है। हरीश राव ने रेवंथ रेड्डी के रेमार्क की सख़्त मज़म्मत की वो इस किस्म के नाज़ेबा रिमार्कस से गुरेज़ करें। वाज़िह रहे कि रेवंथ रेड्डी ने पिछ्ले रोज़ कहा था कि हरीश राव, के सी आर से बेहतर चीफ़ मिनिस्टर साबित होसकते हैं और हरीश राव को मश्वरा दिया था कि वो बेहतर हुक्मरानी के लिए के सी आर के बजाये ख़ुद चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे पर फ़ाइज़ होजाएं।
इस इश्तिआल अंगेज़ तबसरे पर हरीश राव ने सख़्त एतेराज़ किया और कहा कि रेवंथ रेड्डी की पार्टी के सरबराह चंद्रबाबू नायडू ने ना सिर्फ़ तेलुगु देशम पार्टी के बानी एन टी रामा राव की पीठ में छुरा घोंपा और इक़तिदार से बेदखल किया बल्कि एन ( एन टी आर ) की मौत का भी सबब हैं।
हरीश राव ने ये इल्ज़ाम भी आइद किया कि चंद्रबाबू नायडू ओछी सियासत के लिए काफ़ी बदनाम होचुके हैं और वो अपने मुफ़ादात के पेशे नज़र जूनियर एन टी आर को भी सियासत से दूर रखे हैं जबकि चीफ़ मिनिस्टर चन्द्रशेखर राव और उनकी टी आर एस हुकूमत की नेकनामी और शौहरत है इस लिए अप्पोज़ीशन जमातें महिज़ हसद के सबब उन पर बेबुनियाद इल्ज़ामात कररहे हैं। हरीश राव ने कहा कि रेवंथ रेड्डी को चाहीए कि वो उन्हें निशाना बनाना तर्क करदें या फिर संगीन अवाक़िब का सामना करें।