बाली वुड ऐक्ट्रीयस प्रियंका चोपड़ा जिन के वालिद हाल ही में कैंसर में मुबतला होकर फ़ौत होचुके हैं लिहाज़ा अब वो कैंसर के ख़िलाफ़ लड़ाई में शामिल होगई हैं।
उनका कहना है कि कैंसर जैसी मूज़ी बीमारी का हमेशा हमेशा के लिए ख़ातमा होजाना चाहिए। अपनी इस लड़ाई को वो सिर्फ़ ज़बानी जमा ख़र्च के ज़रिया लड़ना नहीं चाहतीं बल्कि उन्होंने मुंबई के नानावती हॉस्पिटल में ख़ुसूसी तौर पर कैंसर वार्ड की तामीर केलिए 50 लाख रुपये का अतिया भी दिया।
याद रहे कि प्रियंका चोपड़ा के वालिद डाक्टर अशोक चोपड़ा का जून में कैंसर की वजह से इंतिक़ाल होगया था। गुजिशता रात नानावती हॉस्पिटल में अपनी वालिदा की मौजूदगी में उन्होंने कैंसर के मरीज़ों के ख़ुसूसी सेक्शन का इफ़्तिताह किया। इस मौक़ा पर आबदीदा प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि वो अपने वालिद की कमी आज भी महसूस करती हैं और नहीं चाहतीं कि किसी के बाप या माँ की कैंसर की वजह से मौत हो।
उन्होंने कहा कि कैंसर का ईलाज करवाने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। उन्होंने एक बार फिर अपने वालिद का तज़किरा करते हुए कहा कि 2005 में हमें पहली बार पता चला कि वालिद साहब को कैंसर का आरिज़ा लाहक़ है। उसके बाद से हॉस्पिटल में शरीक होने और डिस्चार्ज होने का सिलसिला जारी रहा और बिलआख़िर वो कैंसर से हार गए हालाँकि उन्होंने एक सेहत मंद इंसान की तरह ज़िंदगी गुज़ारी।
ख़ुशक़िस्मती से मेरी वालिदा भी डाक्टर हैं लिहाज़ा हमें सब मालूम था कि किस तरह की एहतियात करनी चाहिए और किन अदवियात को Prescribe करना चाहिए। शायद इसी लिए मेरे वालिद कैंसर में मुबतला होने के बाद भी आठ साल तक ज़िंदा रहे लेकिन हर कोई उनके वालिद की तरह ख़ुशकिस्मत नहीं होता।