कैंसर मरीज़ों के बेहतर ईलाज के लिए इख़तिराई इक़दामात ज़रूरी

हैदराबाद 30 मार्च: साबिक़ सदर जमहूरीया डाक्टर ए पी जे अबदुल कलाम ने आज कहा कि कैंसर के मरीज़ों के लिए बेहतर ईलाज फ़राहम करने इख़तिराई इक़दामात करने चाहीए और मुल्क में सस्ती देसी साख़ता अदवियात को फ़रोग़ देने की ज़रूरत है ।

उन्हों ने हिन्दुस्तान में कैंसर मरीज़ों का ईलाज करने में पाए जाने वाली खामियों को दूर करने के लिए जंगी बुनियादों पर इक़दामात पर ज़ोर दिया ।

यहां कनवेनशन सेंटर पर 4 रोज़ा ग्लोबल आनकोलोजी समेट बराए 2013 का इफ़्तेताह करने के बाद डाक्टर कलाम ने इस बात की निशानदेही की के कैंसर के ईलाज के दौरान नफ़सियाती मसाइल पर हरगिज़ तवज्जा नहीं दी जाती ।

ये सेमिनार बिस्वा तारा कम इंडो अमरीकन कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की तरफ से मुनाक़िद किया गया । डाक्टर कलाम ने कहा कि 60 फ़ीसद कैंसर के मरीज़ों का गैर आनिकोलोगिस्ट तरीका से ईलाज किया जाता है ।

मुल्क में 1.2 बिलियन से ज़ाइद आबादी है और यहां 1200 कवालेफ़ाइड आनिकोलोगिस्ट पाए जाते हैं । ये बड़ी बदबख़ती की बात है कि कैंसर के मरीज़ों का ईलाज लापरवाही से किया जाता है ।

उस वक़्त 80 लाख कैंसर के मरीज़ पाए जाते हैं इन में से 11.2 लाख मरीज़ों को नफ़सियाती तर्ज़ का ईलाज ज़रूरी है । जो मुल्क भर के तमाम दवा ख़ानों में दस्तयाब नहीं है ।