कैप्टन के अरकान ख़ानदान की वज़ीर-ए-आज़म से मुलाक़ात

मरचैंट नेवी के कैप्टन सुनील जेम्स जो उस वक़्त टोगो की एक जेल में कैद‌ हैं, के अरकान ख़ानदान ने वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से मुलाक़ात की और उनसे दर्खास्त‌ की कि वो जेम्स की रिहाई के लिए अपने इख़्तयारात का इस्तिमाल करें क्योंकि जेम्स के ग्यारह माह के बेटे का इंतिक़ाल होगया है।

अरकान ख़ानदान चाहते हैं कि बच्चा की आख़िरी रसूमात में जेम्स भी शामिल‌ करे। कैप्टन जेम्स की अहलिया आदिती और आन की बहन अंवय ने कांग्रेस एम पी संजय नरोपम के साथ‌ पार्लीमेंट हाउस में वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर में उनसे मुलाक़ात की। यहां इस बात का तज़किरा एक बार फिर ज़रूरी है कि तेल के जहाज़ एमिटी ओशियन सनचोरीन के कैप्टन जेम्स को टोगो के साहिल से क़रीब क़ज़्ज़ाक़ों की मदद करने के इल्ज़ाम में जारिया साल जुलाई में गिरफ़्तार किया गया था।

पार्लीमेंट हाउस के बाहर अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए संजय नरोपम ने कहा कि जेम्स को हालाँकि क़ज़्ज़ाक़ों की मदद करने के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया गया लेकिन हक़ीक़त ये है कि उन्होंने हिंदुस्तानी हुक्काम को क़ज़्ज़ाक़ों की मौजूदगी की खु़फिया इत्तिला फ़राहम की थी।

मुलाक़ात के बाद अंवय के शौहर राकेश महावपा ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म ने उन्हें खबर‌ किया कि उनके दफ़्तर से हर मुम्किना कोशिश की जा रही है कि सुनील को या तो हमेशा केलिए रिहा कर दिया जाय या फिर इंसानी बुनियादों पर कुछ दिनों की राहत फ़राहम करते हुए रिहा किया जाये ताकि वो बहैसियत वालिद अपने फ़राइज़ अंजाम दे सकें और अपने बेटे की आख़िरी रसूमात अदा करसकें।