दिल्ली असेम्बली इंतेख़ाबात पर तबादला-ए-ख़्याल
दिल्ली में ताज़ा इंतेख़ाबात की क़ियास आराईयों के दरमियान कांग्रेस के दो अरकान असेम्बली से सदर कॉंग्रेस सोनिया गांधी से मुलाक़ात की और मुबय्यना तौर पर दरख़ास्त की कि पार्टी की क़ियादत के लिए शीला दीक्षित को वापिस लाया जाये।
ज़राए के बमूजब दोनों अरकान असेम्बली को सोनिया गांधी को दिल्ली में पार्टी के इस्तिहकाम के बारे में अपने नक़ात नज़र से वाक़िफ़ करवाया जिस को असेम्बली और लोक सभा इंतेख़ाबात में शर्मनाक शिकस्त का सामना करना पड़ा।
कांग्रेस ने 70 रुकनी असेम्बली के इंतेख़ाबात में सिर्फ़ 8 नशिस्तें हासिल कीं और दिल्ली के 7 लोक सभा इंतेख़ाबी हलक़ों में सिर्फ़ एक हलक़ा से कामयाबी हासिल करसकी।
असेम्बली इंतेख़ाबात में पार्टी की नाकामी की वजह साबिक़ वज़ीर ट्रांसपोर्ट-ओ-तालीम अरविंद सिंह लवली को पार्टी में नई जान डालने के लिए मुक़र्रर करने को क़रार देते हुए मुतालिबा किया कि शीला दीक्षित को वापिस लाया जाये ।