कॉरपोरेट शोबा की मदद‌ से मोदी हुकूमत का क़ियाम

सी पी आई ने कल‌ दावा किया है कि कॉरपोरेट इदारों ने नरेंद्र मोदी हुकूमत के क़ियाम के लिए मुहीम को इक़दामात फ़राहम की और इस में उलट फेर किया गया। पार्टी ने तमाम इख़्तयारात एक शख़्स के कंट्रोल में चले जाने की कोशिशों पर तशवीश ज़ाहिर की और कहा कि इस से मुल्क का जम्हूरी ढांचा मुतास्सिर होगा।

सी पी आई जनरल सेक्रेटरी सुधाकर रेड्डी ने आज एक प्रेस कान्फ़्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि इंतिख़ाबी मुहीम के दौरान कॉरपोरेट शोबा ने ख़तीर रक़ूमात ख़र्च की जिस का मक़सद मुवाफ़िक़ कॉरपोरेट हुकूमत का क़ियाम यक़ीनी बनाना था। उन्होंने अपनी तर्जीहात भी वाज़िह करदी हैं और मोदी उनके पसंद थे क्योंकि मुवाफ़िक़ कॉरपोरेट चीफ़ मिनिस्टर होने का वो रिकार्ड रखते हैं।

उन्होंने कहा कि इक़तिदार कॉरपोरेट, दाएं बाज़ू के नज़रियात और फ़िर्कापरस्ती के इत्तिहाद के हवाले कर दिया गया। मोदी हुकूमत के पहले तीन हफ़्तों के तजुर्बा की बुनियाद पर सी पी आई को अंदेशा है कि अब तमाम इख़्तयारात इन्फ़िरादी शख़्स के हवाले करने की कोशिश होगी।

इसके नतीजा में पार्लीमानी जम्हूरी निज़ाम ठप होजाएगा। सी पी आई क़ौमी कौंसिल इजलास की रुदाद से वाक़िफ़ करवाते हुए उन्होंने कहा कि नई हुकूमत ने कॉरपोरेट इदारों को सहूलयात फ़राहम करना शुरू कर दिया है। उन्हें कई रियायतें दी जा रही हैं जिन में रिलाइंस को कृष्णा गोदावरी तास 2 से गैस निकासी की क़ीमत में इज़ाफ़ा भी शामिल है।

रेल किरायों, डीज़ल, दूध और गैस की क़ीमत में इज़ाफ़ा अवाम पर नया बोझ है। सुधाकर रेड्डी ने इल्ज़ाम आइद किया कि कॉरपोरेट शोबा ने कांग्रेस को भी फंड्स दिए हैं। उन्होंने कहा कि इलाक़ाई जमातों को फ़राख़दिलाना रक़ूमात फ़राहम की गईं ताकि वो बाएं बाज़ू जमातों (गैरकांग्रेसी-ओ-ग़ैर बी जे पी महाज़ के लिए) से इत्तिहाद ना करें।

उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट शोबा ने बाएं बाज़ू पार्टीयों को ख़ुसूसी तौर पर निशाना बनाया कि उन्हें यक्का-ओ-तन्हा और सब से अलग थलग कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि बाअज़ इलाक़ाई जमातों पर बाएं बाज़ू से इत्तिहाद ना करने के लिए असरोरसूख़ का इस्तिमाल किया गया। ताहम उन्होंने वज़ाहत नहीं की। उन्होंने कहा कि इंतिख़ाबी मुहीम की कमान आर एस एस ने सँभाल ली थी और इसने फ़िर्कापरस्ती का ज़हर फैलाया ताकि राय दहिंदों को तक़सीम किया जा सके।