कोआपरेटिव इदारों के इंतिख़ाबात में कामयाबी

हैदराबाद 20 फरवरी (सियासत न्यूज़) इमदादे बाहमी इदारों डी सी सी बी के इंतिख़ाबात में कामयाबी के बाद कांग्रेस हाईकमान के पास चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी का मौक़िफ़ ताक़तवर हो गया है। कांग्रेस क़ाइदीन के ग्रुप्स चीफ़ मिनिस्टर से उलझने की बजाय उन्हें समझने की कोशिश कर रहे हैं।

किरण कुमार रेड्डी के चीफ़ मिनिस्टर बनने के बाद तक़रीबन दो साल तक मीडिया में चीफ़ मिनिस्टर की तबदीली की ख़बरें देखने और पढ़ने को मिलती रहीं। वुज़रा और अरकान असेंबली उन्हें चंद दिनों का मेहमान क़रार दे रहे थे, मगर जूं जूं दिन गुज़रते गए चीफ़ मिनिस्टर हाईकमान का एतिमाद हासिल करने और नज़्मो नस्क पर अपनी गिरफ्त मज़बूत करने में कामयाब हो गए।

इसके इलावा डी सी एम एस के ओहदा पर पदी रेड्डी ग्रुप और जगन ग्रुप को रोकने में भी कामयाबी हासिल की, जब कि इस ओहदा पर तेलुगु देशम का कब्जा हो गया।

इस कामयाबी के बाद तिरूपति हल्का असेंबली के ज़िमनी इंतिख़ाबात और मुक़ामी इदारों के कौंसिल इंतिख़ाबात में कांग्रेस की नाकामी के बावजूद वो ज़िला चित्तूर में ख़ुद को ताक़तवर महसूस कर रहे हैं। फ़िलहाल चीफ़ मिनिस्टर मुक़ामी इदारों और 2014 के आम इंतिख़ाबात में कामयाबी हासिल करने की मंसूबा बंदी में मसरूफ़ हैं।