कोई मुसाफ़ा ( हाथ मिलाना) करने हाथ बढ़ाए तो में क्या कर सकता हूँ : नितीश कुमार

वज़ीर-ए-आला बिहार नितीश कुमार के वज़ीर-ए-आला गुजरात नरेंद्र मोदी के साथ मुसाफ़ा पर लालू प्रसाद ने जो ब्यान दिया है, इस पर अपना रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए नतीश कुमार ने उन्हें बौखलाहट का शिकार क़रार दिया।

नई दिल्ली में नितीश कुमार का नरेंद्र मोदी से जो आमना सामना हुआ, उसे टाला नहीं जा सकता था। कभी कभी सूरत-ए-हाल ऐसी हो जाती है कि इससे समझौता करना ही पड़ता है। मुजव्वज़ा NCTC पर तमाम वुज़राए आला का वो अहम तरीन इजलास था। अगर कोई मुझ से मुसाफ़ा करने की कोशिश करता है या हाथ बढ़ाता है तो मैं उसे नजर अंदाज़ क्यों कर कर सकता हूँ ?

नितीश कुमार ने ये बात उस वक़्त कही जब नई दिल्ली से गुज़शता शब पटना पहुंचने पर अख़बारी नुमाइंदों ने उन्हें लालू प्रसाद के ब्यान से वाक़िफ़ करवाया जिस पर नतीश कुमार ने मुस्कुराते हुए कहा कि लालू प्रसाद ज़हनी दीवालीया पन का शिकार हो चुके हैं और बौखलाहट में कुछ भी अनाप शनाप ब्यानात दे रहे हैं। नरेंद्र मोदी से नतीश कुमार की बातचीत पर लालू प्रसाद ने नतीश कुमार के सैक़्यूलर होने पर शक-ओ-शुबहात का इज़हार किया था। याद रहे कि गुजरात के मुस्लिम कश फ़सादाद मुबय्यना तौर पर नरेंद्र मोदी के इशारे पर ही हुए थे।