बाज़ार में दस्तयाब मुख़्तलिफ़ कोला मशरूबात मे एलकोहल की आमेज़िश ( मिलावट) पाए जाने पर मुसलमानों में बेचैनी की लहर दौड़ गई है क्योंकि टेस्ट से ये साबित हो गया है कि कोला मशरूबात जैसे कोका कोला और पेप्सी में एलकोहल की मिक़दार ( मात्रा) मौजूद है।
जिस के इस्तेमाल पर इस्लाम ने पाबंदी आइद की है। फ़्रांस में जारी की गई एक साईंसी रिसर्च की रिपोर्ट ने कोला मशरूबात में एलकोहल की मौजूदगी की तौसीक़ कर दी है। मुस्लमानों की काबिल लिहाज़ तादाद कोला मशरूबात का अपने रोज़मर्रा के इस्तेमाल के इलावा तक़ारीब ( सामारोह) में भी इस्तेमाल करती है चाहे वो मज़हबी तक़रीब ही क्यों ना हो।
पेरिस की नैशनल इंस्टीटियूट आफ़ कंज़म्पशन (NIC) की रिपोर्ट के मुताबिक़ उस वक़्त दुनिया में जितने भी कोला मशरूबात दस्तयाब हैं, इन में से निस्फ़ तादाद ऐसे मशरूबात की है जिन में एलकोहल की आमेज़िश ( मिलावट) होती है और उन में ब्रांड मशरूबात यानी कोकाकोला और पेप्सी भी शामिल हैं।
मुस्लमानों के इलावा दुनिया का हर फ़र्द कोला मशरूबात के इस्तेमाल को फ़ैशन समझता है और उसे अपनी हैसियत (स्टेट्स) से ताबीर करता है। जो लोग शराब का इस्तेमाल नहीं करते उन के लिए भी ठंडे मशरूबात में एलकोहल की आमेज़िश की ख़बर लम्हा फ़िक्र बन गई है।
जुमला 19 कोला मशरूबात के टेस्ट किए गए इन में से 9 कोला मशरूबात ऐसे थे जो एलकोहल की आमेज़िश से पाक पाए गए जिन को तैयार करने वाली कंपनीयां आओचन, कोरा, कज़ीनो, लीडर प्राइस और मीज़ीव कोला शामिल हैं।