नई दिल्ली । वडा प्रधान मनमोहन सिंह ने 23 मई को एक कुल जमाती मिटींग बुलाइ है ताकि सरकारी मुलाज़मीन की तरक़्क़ी में कोटा के मस्ले पर ग़ौर किया जा सके, जिन का ताल्लुक़ महफ़ूज़ जुमरा से हो।
इस मिटींग का मक़सद पार्लीमेंट में इस मस्ले पर मुसबत रद्द-एअमल(फाइदामंद सौच वीचार) के लिए इत्तिफ़ाक़ राय(तमाम पार्टियों के बिच एकता) पैदा करना है।
ज़राए के मुताबिक कुल जमाती मिटींग वडा प्रधान की क़ियामगाह पर अगलेबुधवार की सुबह होगी ताकि तमाम एस सी, एसटी और ओ बी सी जुमरों में सरकारी मुलाज़मीन की तरक़्क़ी के लिए कोटा क़ायम करने क़ानूनबनाने के इमकानात का जायज़ा लिया जा सके। इस मस्ले पर पिछले हफ़्ते राज्य सभा में ग़ौर किया गया था।
तमाम पार्टीयों ने इत्तिफ़ाक़ किया था कि ये कोटा दीया जाना चाहीए और हुकूमत से ख़ाहिश की थी कि इस को लागू करने के लिए एक मुसव्वदा क़ानून पेश किया जाये।
ज़राए के मुताबिक हालाँकि सयासी तबक़ा के बाज़ हिस्सों ने तरक्कियात के लिए कोटा की मुख़ालिफ़त की है, लेकिन वो सब के सामने अपने ख़्यालात ज़ाहिर नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्हें एस सी, एसटी और ओ बी सी तबकों के वोटों से महरूम होने का डर है।
एक सीनीयर पार्लीमेंट सदस्य ने अपनी पहचान जाहिर ना करने की शर्त पर कहा कि महफ़ूज़ जुमरों के एक शख़्स को मुलाज़मत मिल जाने पर वो अपनी सतह के आम जुमरों के उम्मीदवारों से आगे बढ जाता है। हालाँकि दोनों के मौक़िफ़ और मवाक़े बराबर होने चाहिएं। तरक़्क़ी में कोटा तय करने से एक ग़लत मिसाल क़ायम होगी।