कोलकाता : ममता सरकर ने कोलकाता में आरएसएस के होने वाले कार्यक्रम पर रोक लगा दी है. नोटबंदी के बाद से केंद्र सरकार और राज्य की ममता बनर्जी सरकार में तकरार बढ़ती जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तृणमूल कांग्रेस के नेता लगातार हमले बोल रहे हैं. यहां तक कि बदजुबानी भी सामने आई है. अब टकराव का असर कार्यक्रमों पर भी दिखने लगा है.
प्रभात खबर के अनुसार, कोलकाता में आरएसएस के होने वाले कार्यक्रम पर भी रोक लगा दिया गया है. संघ को अपने कार्यक्रम की अनुमति के लिए अदालत की शरण में जाना पड़ा था. कोर्ट ने पुलिस को 24 घंटे में फैसला लेने का निर्देश दिया था. लेकिन पुलिस ने आरएसएस को कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी. आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत इस सभा को संबोधित करनेवाले थे.
आप को बता दें कि आरएसएस के प्रचारक सार्दुल सिंह जैन ने संगठन की तरफ से दायर एक याचिका में कहा गया था कि पुलिस अधिकारियों ने उनके आवेदन पर फैसला नहीं किया, जबकि 29 दिसंबर को ही उन्हें यह सौंप दिया गया था. याचिकाकर्ता ने कोर्ट से कोलकाता पुलिस के अधिकारियों को यह निर्देश देने की मांग की कि वह शहर के खिदिरपुर इलाके के भूकैलाश रोड पर 14 जनवरी को सभा करने की इजाजत दें.
आरएसएस की ओर से पेश हुए वकील अनिंद्य मित्रा ने कहा कि 14 जनवरी को प्रस्तावित सभा के आवेदन पर फैसला नहीं करके कोलकाता पुलिस के अधिकारी अभिव्यक्ति की आजादी के लोगों के मौलिक अधिकार में दखल दे रहे हैं. इसपर न्यायमूर्ति जयमाल्य बागची ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया था कि वह कानून के मुताबिक अरजी पर विचार करें और 24 घंटे के भीतर फैसला कर अदालत को बताएं.