कोवेन्ट्री यूनिवर्सिटी भारतीय विश्वविद्यालयों के साथ अनुसंधान साझेदारी स्थापित करेगी

नई दिल्ली: ‘ब्रिटेन की कोवेन्ट्री यूनिवर्सिटी भारतीय विश्वविद्यालयों और अनुसंधान केंद्रों के साथ अनुसंधान साझेदारी करने के लिए उत्सुक है।’यूनिवर्सिटी के डिप्टी वाइस चांसलर, रिसर्च, प्रोफेसर रिचर्ड डैशवुड ने यह जानकारी दी।

विश्वविद्यालय का एक प्रतिनिधिमंडल प्रोफेसर डैशवुड के नेतृत्व में चेन्नई आया।

प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर गाय डैली, प्रो वाइस चांसलर, फैकल्टी ऑफ हेल्थ एंड लाइफ साइंसेज औरो जोन डॉबसन, एसोसिएट प्रो वाइस चांसलर, स्ट्रैटजिकपार्टनरशिप शामिल हैं।

यह प्रतिनिधिमंडल विश्वविद्यालय के अनुसंधान, एंटरप्राइज और नवीनता के सभी क्षेत्रों में साझेदारी की पहचान और विकास को बढ़ावा देने के लिएआया। इनमें कारोबार, इंजीनियरिंग, कंप्यूटिंग स्वास्थ्य, जीव विज्ञान कला और ह्युमैनिटीज तथा प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।

प्रोफेसर डैशवुड ने आगे कहा, “हम उन पांच क्षेत्रों से शुरुआत कर रहे हैं जिनकी पहचान हमारी सरकारों ने प्राथमिकता वाले क्षेत्र के रूप में की है। ये हैं — स्मार्ट सिटीज, ऊर्जा,पानी और भोजन, भविष्य निर्माण और साइबर सिस्टम्स।

भारत सरकार ने निर्माण और परिवहन के क्षेत्र में साझेदारी का विकास करने और इसे प्रोत्साहन देने के इरादे कीपहचान की है और हम जानतेहैं कि देश में इन विषयों के लिए कई चुनौतियां हैं।

किफायती हेल्थकेयर मुहैया कराने के तरीके पर भी खास फोकस रहेगा तथा हेल्थकेयर कीचुनौतियों को दूर करने के लिए कोवेन्ट्री यूनिवर्सिटी का भारत के साथ जुड़ाव का इतिहास है।”

प्रोफेसर डैली ने आगे कहा, ‘हम यह जानने का इंतजार कर रहे हैं कि भारत के अग्रणी विश्वविद्यालयों और दूसरे संगठनों के साथ मिलकर हम कैसे गहराई तक काम कर सकते हैं।

इसके जरिए अग्रणी अनुसंधान के लिए गठजोड़ किया जाना है तथा छात्रों और शिक्षा क्षेत्र के लिए लाभ की व्यवस्था करनी है।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा अनुसंधान लगातार उनक्षेत्रों पर केंद्रित हो रहा है जो अंतरराष्ट्रीय प्रभाव मुहैया कराते हैं क्योंकि हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोवेन्ट्री खुद को अंतरराष्ट्रीय जुड़ाव के उच्च गुणवत्ता वाले स्तरके साथ जाने और यह न सिर्फ छात्रों के दाखिले के लिए हो बल्कि अंतरराष्ट्रीय शिक्षा में सहयोग के रूप में हो।

हम भारत और दूसरे देशों से बड़ी संख्या में छात्रों को दाखिला देतेहैं पर हमारा एक मजबूत अनुसंधान एजंडा भी है।

हम अपने प्रोग्राम और पाठ्यक्रम के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं।

इसे सपोर्ट करने के लिए हमारे पास यूके आधारवाले छात्रों तथा हमारे कर्मचारियों दोनों के लिए एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय मोबिलिटी पहल है।हम उन्हें विदेश में नियुक्ति, इंटर्नशिप और पढ़ाई के मौके मुहैया कराने के उत्सुक हैं।’

कोवेन्ट्री यूनिवर्सिटी गठजोड़ करने में दिलचस्पी जता चुके भारतीय विश्वविद्यालयों के समूह के साथ उच्च गुणवत्ता वाली अनुसंधान साझेदारी स्थापित करने वाली है।

प्रोफेसर डैशवुड ने कहा, ‘मैंने अपनी पिछली नौकरियों में भारतीय विश्वविद्यालयों के लिए काम किया है और हमेशा महसूस किया है कि यहां आना और काम करना अच्छा हैतथा यह स्वागत करने वाला देश है! मैं समझता हूं कि सांस्कृतिक तौर पर ब्रिटेन और भारत के बीच कई कनेक्शन हैं और भारतीय विश्वविद्यालयों के छात्र उच्च गुणवत्ता केहैं,इससे हमारे लिए भारत में सहयोग करना कुछ यूरोपीय देशों की तुलना में भी आसान हो जाता है।