कोड़ंगल के मदारिस में बैत उल-ख़ला, पानी की अदम सहूलत से नाक़ाबिल इस्तिमाल

कोड़ंगल, १७ दिसम्बर (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) मौजूदा तौर पर सरकारी तहतानवी-ओ-वुसता नवी मदारिस में बैतुल् खला की तामीर का मसला हुकूमत के ज़ेर-ए-ग़ौर है। ये बात यहां काबिल-ए-ज़िकर है कि मज़कूरा मदारिस के अहाता में साबिक़ा तामीर करदा बैत-उल-ख़ला सिर्फ पानी की अदम सहूलत की वजह नाक़ाबिल इस्तिमाल होकर रह गए हैं। इस के बावजूद भी हुकूमत मदारिस में बाज़ाबता बैतुल् खला व की तामीर के दरपे है। ये बात भी यहां काबिल-ए-ग़ौर है कि हज़ारों रूपयों की लागत से तामीर करदा बैत उल-ख़ला चंद महीनों में ही मलबा में तबदील हो रहे हैं। असातिज़ा बिरादरी का ख़्याल है कि हुकूमत की अमानत का ग़लत इस्तिमाल हो रहा है। मौजूदा तौर पर रियास्ती वज़ीर शैलेजा नाथ ने माह डसमबर के अवाख़िर तक सरकारी प्राइमरी वापर प्राइमरी मदारिस में बैतुल् ख़ला में तामीर का तयकीन दिया है। बेशतर ओलयाए तलबा-ए-ख़्याल ज़ाहिर कररहे हैं कि बजाय नई तामीर के अगर मदारिस में पानी की सहूलत बहम पहुंचाई जाये तो बैत-उल-ख़ला काबिल-ए-इस्तेमाल हो सकते हैं।

तफ़सीलात के बमौजब कोड़ंगल मंडल में प्राइमरी मदारिस 42 हैं जबकि अप्पर प्राइमरी मदारिस की तादाद 9 है जिन में पानी की अदम सहूलत की वजह बैत उल-ख़ला ख़ाली पड़े हुए हैं। बाअज़ मुक़ामात पर दो मर्तबा तामीरी काम हुआ मगर दोनों भी बे कार पड़े हुए हैं । कोसगी मंडल में जुमला 48 प्राइमरी और (6) अप्पर प्राइमरी मदारिस हैं जिन में तामीर करदा बैत उल-ख़ला तक़रीबन मख़दूश होचुके हैं। और जो अच्छी हालत में हैं पानी की अदम सहूलत की वजह बेकार पड़े हुए हैं। मदूर मंडल में प्राइमरी मदारिस की तादाद 32 है और अप्पर प्राइमरी मदारिस 64 हैं। इन तमाम में भी पानी की अदम सहूलत से नाक़ाबिल इस्तिमाल होकर रह गए हैं। मैंबरस पेट मंडल में 52 प्राइमरी और 16 अप्पर प्राइमरी मदारिस हैं जिन में बैत उल-खुला किसी क़दर अच्छी हालत में हैं मगर पानी की सहूलत ना होने से नाक़ाबिल इस्तिमाल हैं|