क्या चंद्रबाबू लाई डिक्टेटर टस्ट से गुज़रने तैयार हैं?

वज़ीर इन्फ़ार्मेशन टेक्नालोजी के टी रामा राव् ने वज़ाहत की के नोट बराए वोट स्कॅम के सिलसिले में चंद्रबाबू नायडू के आडीयो टेप की इजराई से तेलंगाना हुकूमत का कोई ताल्लुक़ नहीं है।

इस मसले पर मीडीया से बातचीत करते हुए के टी आर ने कहा कि इस मसले पर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना रियासतों में जो सूरत-ए-हाल है, वो हर किसी पर अयाँ हैं।

उन्होंने कहा कि क़ानूनसाज़ कौंसिल के चुनाव में एक नशिस्त पर कामयाबी हासिल करने के लिए चंद्रबाबू नायडू और तेलुगु देशम क़ाइदीन ने हर मुम्किन कोशिश की और ग़ैर जमहूरी तरीक़े इख़तियार करते हुए टी आर एस के अरकान को दौलत का लालच दे कर ख़रीदने की कोशिश की।

उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में तेलुगु देशम के रुकने असेंबली रेवेंथ् रेड्डी को एंटी करप्शन ब्यूरो ने रंगे हाथों गिरफ़्तार किया है। भारी रक़म के साथ रुकने असेंबली को गिरफ़्तार किया गया और इस सिलसिले में तहक़ीक़ात जारी हैं। उन्होंने कहा कि तहक़ीक़ात के बारे में वो कोई तबसरा करना नहीं चाहते क्युंकि तहक़ीक़ात की तकमील के बाद हक़ायक़ मंज़रे आम पर आयेंगे। के टी आर ने इस मसले पर दोनों रियासतों के दरमयान तनाज़ा को ग़ैर ज़रूरी क़रार दिया। इन का कहना था कि ये मसला दोनों रियासतों के दरमयान तनाज़ा का सबब नहीं बनना चाहीए।

के टी आर ने कहा कि मीडीया के बाज़ गोशों में उन से मुताल्लिक़ बाज़ आडीयो टेप के मंज़रे आम पर आने की इत्तेलाआत शाय हुई हैं। उन्होंने चंद्रबाबू नायडू को चैलेंज किया कि क्या वो इल्ज़ामात के सिलसिले में लाई डिक्टेटर टस्ट से गुज़रने के लिए तैयार हैं? उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू नायडू ने रुकने असेंबली को लालच देने के लिए अपनी पार्टी के रुकने असेंबली को रवाना किया था जो बेनकाब होचुका है।