बिहार में विपक्षी महागठबंधन की एकता खतरे में पड़ती दिख रही है। महागठबंधन में सीटों को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) व कांग्रेस आमने-सामने हो गए हैं।
इसके बाद आज पार्टी सुप्रीमो राहुल गांधी के साथ प्रमुख नेताओं की अहम बैठक हो रही है। संभव है कि विवाद को देखते हुए पार्टी कोई बड़ा फैसला ले। तनाव को देखते हुए आज कांग्रेस में होने वाली शत्रुघ्न सिन्हा की ज्वाइनिंग तथा कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस भी स्थगित कर दी गई है।
महागठबंधन में तनाव को देखते हुए गुरुवार को राहुल गांधी से मिलने बिहार कांग्रेस के नेता उनके आवास पर पहुंचे हुए हैं। वहां पार्टी की हाई लेवल बैठक चल रही है।
बैठक में कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, सदानंद सिंह व अखिलेश सिंह सहित बिहार के कई बड़े नेता शामिल हैं। इस बैठक में बिहार में महागठबंधन के हालात पर विचार चल रहा है।
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, बैठक के नतीजे तो बाद में सामने आएंगे, फिलहाल कांग्रेस ने अपना संवाददाता सम्मेलन स्थगित कर दिया है। शत्रुघ्न सिन्हा का कांग्रेस में शामिल होना भी टल गया है। कहा जा रहा है कि राहुल गांधी इस बात से नाराज हैं कि बिहार में वैसी सीटें कांग्रेस ने क्यों छाेड़ी जहां पार्टी मजबूत है।
सूत्रों के अनुसार इसके पहले बीती रात कांग्रेस स्क्रीनिंग कमिटी की बैठक में बिहार में सीटों को ले उठे विवाद पर चर्चा हुई। बैठक में कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, सदानंद सिंह व अखिलेश सिंह सहित बिहार के कई बड़े नेता शामिल हुए। बताया जाता है कि बिहार के एक नेता ने विवाद को देखते हुए गठबंधन तोड़ सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की सलाह दी। इसका कुछ अन्य नेताओं ने समर्थन किया।
इस बीच बिहार कांग्रेस के कई नेताओं ने भी गठबंधन तोड़ने की सलाह दी है। कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने स्पष्ट कहा है कि बिहार में कांग्रेस अकेले लड़ने के लिए तैयार है। हम महागठबंधन के घटक दलों का सम्मान करते हैं, लेकिन अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
नेता व कांग्रेस नेता अमित कुमार टुन्ना ने कहा है कि गठबंधन से कांग्रेस को नुकसान हुआ है। उधर, कांग्रेस के विधायक अजित शर्मा कहते हैं कि बिहार में कांग्रेस मजबूत है। अगर वह अकेले चुनाव लड़े तो फायदा होगा।
महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारा के बावजदू कई सीटों पर अभी भी जिच बरकरार है। कांग्रेस के कोटे की सुपौल सीट पर पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन को प्रत्याशी बनाए जाने पर राजद को आपत्ति है। राजद मधेपुरा से शरद यादव को अपने टिकट पर चुनाव लड़ा रहा है।
लेकिन जन अधिकर पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने भी इसी सीट पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद राजद ने पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन के खिलाफ सुपौल सीट पर उम्मीदवार देने की धमकी दी है। रंजीत रंजन सुपौल से कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। उधर, कांग्रेस कीर्ति आजाद के लिए दरभंगा सीट चाहती है, जबकि राजद इसे देना नहीं चाहता।