दिल्ली महिला आयोग में एक आरटीआई के जरिए कर्मचारियों की भर्ती के मामले में हुए खुलासे पर डीसीडब्लू में जाकर एंटी करप्शन ब्यूरो ने दस्तावेजों की जांच पड़ताल की और आयोग ने अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से घंटों पूछताछ की। देर रात उन्हें और अन्य के खिलाफ इस मामले में केस दर्ज कर लिया। स्वाति पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने ने महिला आयोग में 85 लोग जरूरत से ज्यादा भर्ती किए है। उन्होंने भर्ती करने में नियमों का पालन नहीं किया गया है और इन लोगों में 90 फीसदी आप कार्यकर्ता हैं।
वहीँ इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए स्वाति ने कहा कि सभी भर्ती नियमों के मुताबिक़ हुई है और मेरे खिलाफ हो रही यह कार्रवाई एक साजिश के तहत की जा रही है। मैं लक्ष्मीबाई, सावित्री बाई फुले, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, बिस्मिल और अशफाक को मानने वाली महिला हूं। इसलिए मैं किसी से डरने वाली नहीं। स्वाति का कहना है कि सिस्टम में बैठे निकम्मे और नाकारा लोगों को मेरा महिलाओं के लिए काम करना और सवाल उठाना पसंद नहीं आ रहा है। अगर उन पर लगे आरोप सच साबित होते है तो वह अपनी जिंदगी दे देंगी।