आज़ादी की लड़ाई का ज़िक्र नेताजी के बिना अधूरा है। दुनिया जानती है उन्होंने किस तरह आज़ादी में अपना योगदान दिया है। लेकिन इन सब के बाद आज भी नेता जी के मौत का कारण एक रहस्य बना हुआ है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के रहस्यमय तरीके से गायब हो जाने की गुत्थी अभी तक नही सुलझ सकी है। हाल ही में आई एक नई किताब में दावा किया गया है कि नेताजी की मौत विमान हादसे में नही बल्कि सोवियत संघ की जेल में अंग्रेजों द्वारा पूछताछ के दौरान टॉर्चर किए जाने के कारण हुई थी।
सेवानिवृत्त मेजर जनरल जी डी बख्शी ने अपनी किताब ‘बोस : द इंडियन समुराय- नेताजी एंड द आईएनए मिलिट्री एसेसमेंट’ में दावा किया है कि नेताजी की मौत प्लेन क्रैश में नही हुई थी यह सिद्धांत सिर्फ उनके सोवियत संघ से भागने की सुविधा के लिए फैलाया गया था। जापानी इंटेलिजेंस एजेंसियों ने यह अफवाह सिर्फ इसलिए फैलाई थी जिससे नेताजी वहां से सुरक्षित निकल सकें।
उन्होंने दावा किया कि टोक्यो के सोवियत राजदूत जैकब मलिक की मदद से ही नेताजी साइबेरिया में आजाद हिंद फौज के दूतावास की स्थापना करने में सक्षम हो सके थे। उन्होंने अपनी किताब में दावा किया है कि इस बात के ‘अकाट्य सबूत’ मौजूद है कि नेताजी की मौत 18 अगस्त 1945 को ताइपेई में विमान दुर्घटना में नही हुई थी।