कुलसूम पूरा पुलिस ने ख़ुसर को क़त्ल करने वाले दामाद को गिरफ़्तार करलिया और इस के क़ब्ज़े से हथियार बरामद करलिए। डिप्टी कमिशनर पुलिस वेस्ट ज़ोन मिस्टर सत्य ना रावना ने बताया कि /5 जुलाई को आनंद सिंह अपने चंद रिश्तेदारों की मदद से ख़ुसर टी मनोहर सिंह का पुरानापूल पर बहीमाना तौर पर क़त्ल कर दिया था ।
उन्होंने बताया कि मनोहर सिंह सिटी सियोल कोर्ट का कॉन्टेस्ट मुलाज़िम था और इस ने अपनी बेटी आरती की शादी दिसम्बर 2012 में आनंद सिंह से की थी। शादी में मनोहर सिंह ने अपने दामाद को मुकम्मल जहेज़-ओ-दीगर अशीया तोहफे में दिए थे। लेकिन शादी के कुछ दिन बाद ही आनंद सिंह अपनी बीवी आरती के किरदार पर शक करने लगा और उसे हिरासाँ करने का सिलसिला शुरू कर दिया । आरती अपने शौहर की हिरासानी से दिलबर्दाशता होकर अपने बाप मनोहर सिंह को वाक़िफ़ करवाया।
जिस के नतीजे में ख़ानदान के बुज़ुर्गों की एक पंचायत मुनाक़िद की गई थी जिस में आनंद सिंह के रवैया से मुताल्लिक़ तफ़सीलात बताए गए थे। लेकिन वो अपनी हरकतों से बाज़ ना आया जिस के नतीजे में आरती ने अपने शौहर के ख़िलाफ़ पुलिस स्टेशन सी सी एस में मज़ीद जहेज़ की हिरासानी का मुक़द्दमा दर्ज करवाया था और आनंद सिंह को पुलिस ने गिरफ़्तार करके जेल भेज दिया था।
जेल से रहा होने के बाद वो अपनी बीवी और ससुराली रिश्तेदारों से इंतेक़ाम लेने का फ़ैसला कर लिया था । डिप्टी कमिशनर पुलिस मिस्टर सत्य ना रावना ने इस सिलसिले में मज़ीद तफ़सीलात बताते हुए कहा कि आनंद सिंह अपने ख़ुसर को जहेज़ की हिरासानी केस को वापिस लेने के लिए धमका रहा था और वो इस में नाकाम रहा।
बादअज़ां दामाद ने अपने ख़ुसर का क़त्ल करने के लिए मंसूबा तैयार किया जिस में इस के क़रीबी रिश्तेदार डी ऊमेश , रणजीत और 17 साला रिश्ता का भाई भी शामिल है । /5 जुलाई को मंसूबा बंद तरीक़े से मनोज सिंह का तआक़ुब किया गया और पुराना पुल पहूंचने पर इस पर तेज़धार हथियार और आहनी सलाखों से वार करते हुए क़त्ल कर दिया गया।
पुलिस ने आनंद सिंह और इस के साथीयों को गिरफ़्तार कर लिया और क़त्ल में इस्तेमाल किए गए दो तेज़ धार चाक़ू , मोटर साईकलें और दीगर अशीया बरामद करलिए।