वार्ड नंबर 12 में पीर की रात करीब ग्यारह बजे एक खातून और दो बच्चों को आग लगा दिया गया। इस वाकिया में खातून रानी देवी व उसके 15 माह के दूधमुंही बच्ची की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि तीन साला बेटे शुभम की इलाज के लिए दरभंगा ले जाने के दौरान मौत हुई।
मैयत रानी वार्ड 12 के रहने वाले अनिल महतो की बीवी बतायी जाती है। इस मामले में मैयत के वालिद ने मुक़ामी थाना में मामला दर्ज कराया है जिसमें रानी के शौहर अनिल कुमार महतो, सास दुर्गेश्वरी देवी, देवर सुनील महतो व उसकी बीवी पर दहेज के लिए कत्ल करने का इल्ज़ाम लगाया है। पुलिस ने बताया है कि वाकिया के बाद से मैयत की सास के अलावा तमाम मुल्ज़िम फरार हैं।
बताया जाता है, पीर की रात रानी व उसके शौहर अनिल के दरमियान किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। इसके बाद रानी अपने बच्चों को लेकर सोने चली गयी। कुछ देर बाद अचानक चीख व घर से आग की लपटें देख अहले खाना और आसपास के लोग आये जहां रानी व उसके बच्चों को आग में जलते देखा। लोगों ने किसी तरह आग बुझायी, लेकिन तब तक रानी व उसकी बेटी जल कर मौत हो चुकी थी।
वहीं संगीन तौर से झुलसे तीन साला बेटा को इलाज के लिये मुक़ामी अस्पताल लाया गया। उसकी हालत को संगीन देखते हुए डॉक्टरों ने उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया। लेकिन रास्ते में ही शुभम की मौत हो गयी।
वाकिया की इत्तिला पर पुलिस मौके पर पहुंची और इसकी इत्तिला मैयत के वालिद को दी। मैयत के वालिद दरभंगा जिला के अलीनगर के रहने वाले गंगा महतो अपने अहले खाना के साथ जयनगर पहुचे। उन्होंने थाना में दहेज कत्ल की सनाह दर्ज करायी है।