उडुपी। सांप की हजारों प्रजातियां होती हैं और हर प्रजाति की अपनी खास बनावट होती है लेकिन यह कोबरा अपने-आप में खास है। इस कोबरा के फन पर दिल का निशान है। यह कोबरा एक मादा कोबरा है। सांपों का पकड़ने वाले और उनके जानकार गुरुराज सनिल का कहना है कि उन्होंने कई सांप पकडे हैं लेकिन कभी भी ऐसा सांप नहीं देखा। यह सांप हाल ही राजेश कोटियान के घर से पकड़ा गया।
यह सांप छत पर था और चूहे को पकड़ने के दौरान छत से स्टोर रूम में गिर पड़ा। जब घरवालों ने इसे देखा तो तुरंत गुरुराज को फोन किया। यह कोबरा पिछले एक सप्ताह से इस इलाके में था। हजारों सांप पकड़ चुके गुरुराज का कहना है कि यह कोबरा बहुत खास है। कोबरा के फन पर निशान होते हैं लेकिन ऐसा निशान उन्होंने इसस पहले कभी नहीं देखा।
वह मानते हैं कि इतना खूबसूरत कोबरा उन्होंने आज तक नहीं देखा। गुरुराज पिछले 30 सालों से यह काम कर रहे हैं। वह 6 किताबें भी लिख चुके हैं। वह पहले ऑटो चलाया करते थे लेकिन सांपों में खास दिलचस्पी होने की वजह से उन्होंने इन पर रिसर्च करना शुरू कर दिया। गुरुराज को बचपन से ही सांप पसंद थे। इन बीते 30 सालों में 13 बार उन्हें सांप का दंश भी झेलना पड़ा है जिनमें से 11 बार कोबरा ने उन्हें काटा था।
इसके चलते वह दो बार कोमा में भी चले गए थे लेकिन उन्होंने अपना काम नहीं छोड़ा। उनका कहना है कि सांप एक खूबसूरत जीव है, जो तभी हमला करता है जब उसे खुद पर खतरा महसूस होता है।