गंगा बचाव आंदोलन को उलेमा धर्म की समर्थन

मौलाना सईदालरहमन और मौलाना खालिद रशीद फरनगी महली का बयान उलेमा धर्म भी अब साधवोओ और सनतों के साथ गठबंधन करके नदी गंगा की सुरक्षा अभियान चला रहे हैं. मौलाना सइदालरहमन केंद्र करें इस्लामी अध्ययन प्रशासक के मुख्य ने कहा कि यह सब जानते हैं कि नदी गंगा हिन्दुओ के विश्वासों के आधार पर एक पवित्र नदी है लेकिन मुसलमानों के लिए भी महत्व कुछ कम नहीं है.

हिंदू नदी की सफाई अभियान को ‘पवित्र अभियान’ समझते हैं. मौलाना सइदालरहमन ने कहा कि वह न केवल इस अभियान का समर्थन करेंगे बल्कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे. भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना रशीद फरनगी महली ने कहा कि गंगा राष्ट्रीय नदी है. यह हिन्दुओ लिए नहीं बल्कि इसके किनारे रहने वाले मुसलमानों के लिए भी जो अपना रोजगार प्राप्त करते हैं, समान महत्व रखती है.

इसे बचाना और उसका संरक्षण करना उनका भी कर्तव्य है. अभियान का समर्थन करते हुए मौलाना फरनगी महदी ने सभी मुसलमानों से अपील की कि इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए हर संभव कोशिश करें. केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि नदी के संरक्षण के लिए एक नई मंत्रालय की स्थापना की जाए जो नदी गंगा पर विकल्प पुलों की निगरानी भी करेगा.

गंगा मुक्ति संग्राम के आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि वह विभिन्न मुस्लिम नेताओं से उनसे बैठक के दौरान तीकन प्राप्त कर चुके हैं कि छोटी उद्देश्य के लिए एकजुट होकर संघर्ष करेंगे. आचार्य ने विभिन्न उलेमा धर्म से जारया सप्ताह के शुरू में मुलाकात कर उनसे मदद मांगी थी.