आई पी एल स्पाट फिक्सिंग और सट्टेबाज़ी तनाज़आत में सुप्रीम कोर्ट ने आज बी सी सी आई के सदर एन श्रीनिवासन को ओहदा से बरतरफ़ होने का हुक्म सादिर करते हुए उनके मुक़ाम पर हिंदुस्तानी टीम के साबिक़ कप्तान सुनील गवासकर को आई पी एल के उमूर के लिए बी सी सी आई का सदर मुक़र्रर किया है।
बी सी सी आई के सब से सीनियर और नायब सदर शमलाल यादव आई पी एल के बरअक्स बोर्ड के दीगर उमूर की निगहदाश्त करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने आज आई पी एल तनाज़आत में उबूरी फ़ैसले सुनाते हुए जहां उन श्रीनिवासन के मुक़ाम पर सुनील गवासकर को सदर के ओहदा पर फ़ाइज़ करने के इलावा आई पी एल के सातवें सीज़न में चेन्नई सुपर किंग्स और राजिस्थान रॉयलस को हार की भी इजाज़त दी है|
हालाँकि गुजिश्ता रोज़ दो रुकनी बेंच ने ये तजवीज़ भी दी थी कि आई पी एल की तहक़ीक़ात तक चिनई सुपर किंग्स और राजिस्थान रॉयलस को आई पी एल के सातवें सीज़न में शिरकत से बाज़ रखा जाये क्योंकि इन टीमों के खिलाड़ियों और ओहदेदारों पर सट्टेबाज़ी और मैच फिक्सिंग के इल्ज़ामात आइद किए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट की जानिब से किए जाने वाले फ़ैसलों पर इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए जस्टिस मुकुल मुदगल जिन्होंने आई पी एल स्कैंडल की तहक़ीक़ात करनेवाली कमेटी की सदारत की है, सुप्रीम कोर्ट के उबूरी फ़ैसला को सही और हिंदुस्तानी क्रिकेट के मुफ़ादात में बेहतरीन फ़ैसला क़रार दिया।
मुदगल ने अपने बयान में मज़ीद कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो फ़ैसले सुनाए हैं वो हिंदुस्तानी क्रिकेट और मुल्क के मुफ़ादात के इलावा आई पी एल तहक़ीक़ात को शफ़्फ़ाफ़ बनाने में काफ़ी मुतवाज़िन हैं और उम्मीद करसकते हैंकि इन फ़ैसलों के बाद हिंदुस्तानी क्रिकेट में बेहतरी आएगी।
मुदगल ने सुनील गवासकर को सदर बनाए जाने के फ़ैसला का खैरमक़दम करते हुए कहा कि अगर एक माहिर क्रिकेटर, ज़हीन और तालीम-ए-याफ़ता गवासकर जैसे शख़्स को ओहदा के लिए मुंतख़ब किया जाता है तो इससे बेहतर फ़ैसला नहीं होसकता। उन्होंने मज़ीद कहा कि गवासकर हिंदुस्तान के लिए एक ग़ैरमामूली खिलाड़ी, बेहतर कप्तान और एक माहिर कामंटेटर हैं लेकिन उनके हाथ बी सी सी आई से किए जाने वाले मुआहिदा की वजह से बंधे हुए थे।
अब जबकि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें ओहदा पर फ़ाइज़ किया है तो उम्मीद की जा सकती है कि हिंदुस्तानी क्रिकेट के मुफ़ाद में बेहतर फ़ैसले होंगे। महेंद्र सिंह धोनी के बारे में किए गए इस्तिफ़सार पर जवाब देते हुए मुदगल ने कहा कि 16 अप्रेल को जब सुप्रीम कोर्ट अपने फ़ैसले सुनाएगी तो उस वक़्त धोनी के मुताल्लिक़ भी अहम फ़ैसले होसकते हैं लेकिन फ़िलहाल इतना ही कहा जा सकता है कि इंतिज़ार कीजिए और कोर्ट के फ़ैसले को देखिए।
राजिस्थान रॉयलस को आई पी एल 7 में शिरकत की इजाज़त पर मुदगल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपनी तहक़ीक़ात के सिम्त पिछला क़दम नहीं उठाया है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के मुशाहिदा के बाद चंद एक ख़ातियों की वजह से मासूम खिलाड़ियों और हिंदुस्तानी अवाम का नुक़्सान नहीं किया जाना चाहिए।
बी सी सी आई ने आज सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसला का खैरमक़दम किया जिस में सुनील गवासकर को उबूरी सदर क़बूल करने के इलावा आई पी एल में चिनई और राजिस्थान की शिरकत भी शामिल है।