एक मंसूबा जो अवामी मक़बूलियत हासिल करेगा, ख़त ग़ुर्बत की सतह से नीचे(बिपिएल)ज़िंदगी गुज़ारने वाले अफ़राद को मुफ़्त मोबाईल फ़ोन की सरबराही का मंसूबा है। मंसूबा बंदी कमीशन एसे इम्कनात का जायज़ा ले रहा है और इमकान हैके स्कीम इस का ऐलान आइन्दा हफ़्ता यौम आज़ादी तक़रीब के मौक़ा पर करेंगे।
अवाम में मक़बूलियत हासिल करनेवाली स्कीम के बारे में सवाल का जवाब देते हुए नायब सदर नशीन मंसूबा बंदी कमीशन मोंटेक सिंह अहलवालिया ने पी टी आई से कहा कि हम इस के इम्कनात का जायज़ा ले रहे हैं।
इस ख़्याल के बारे में काम किया जा रहा है। बुनियादी नज़रिया देही इलाक़ों पर मर्कूज़ है। हमें मोबाईल फ़ोन तक रसाई की तरग़ीब देना है। उन्हों ने कहा कि कमीशन का एक छोटा ग्रुप इस पर महिकमा मुवासलात से तबादला-ए-ख़्याल कर रहा है ताकि इस मंसूबा की इफ़ादीयत का तख़मीना किया जा सके।