गाँव वालों ने नक्सालियों को दी वार्निंग, काम रोका तो हम मार देंगे

घाघरा (गुमला) : घाघरा व गुमला के गाँव वालों ने जुमा को पीएलएफआइ उग्रवादियाें के खिलाफ खंभिया व अटरिया गांव के नजदीक इजलास की। फैसला लिया कि उग्रवादी अब पुल का काम बंद कराने या लेवी वसूलने आयेंगे, तो उनकाे मार डालेंगे। पुल तामीर में ठेकेदार का मदद करने का भी फैसला लिया गया. उग्रवादियाें ने पांच जनवरी काे बाकी नदी पर डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से बन रहे पुल का काम बंद करा दिया था। अभी पुल बनाने के लिए बुनियाद खोदी जा रही है।

उग्रवादियाें की इस करतूत की जानकारी जब गाँव वालों को हुई, तो पुलिस की पहल से सैकड़ों लोगों ने इजलास की। गाँव वालों ने कहा किसी भी हाल में उग्रवादियाें की हुकूमत नहीं चलने देंगे। इजलास में यह भी कहा गया कि अगर गांव का कोई नौजवान गलती से मेन स्ट्रीम से भटक गया है, तो वह मेन स्ट्रीम से जुड़ कर गांव के तरक्क्की के लिए पुल तामीर में मदद करे।

गाँव वालों की इजलास मुकाम पर गुमला थाना के एएसआइ बलराम सिंह व गुमला थाना के एनके सिंह पुलिस फ़ोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस अफसरों ने कहा कि गाँव वालों के फैसले के साथ पुलिस है, लेकिन नक्सलियों को मारें नहीं, पकड़ कर पुलिस को सौंपें। गलत करनेवालों के साथ कानून के तहत कार्रवाई की जायेगी।

बाकी नदी पर पुल बनने से खंभिया गांव से गुमला की दूरी 21 किमी कम हो जायेगी। अभी खंभिया से गुमला आने के लिए गाँव वालों को घाघरा होकर 38 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है।

पांच जनवरी काे पीएलएफआइ के छह-सात उग्रवादी पुल तामीर मुकाम पर आये थे। मुंशी, नाइट गार्ड चारो उरांव व संजय सिंह को धमकाया था। टॉर्च व दो मोबाइल लूट कर ले गये थे। लेवी को लेकर परचा भी सौंपा था। बिना इजाजत काम नहीं करने की धमकी दी थी।