जिन्सी हिरासानी मामले में इस्तीफ़ा पेश करने के लिए बढ़ने वाले दबाओ के बाद मग़रिबी बंगाल के इंसानी हुक़ूक़ कमीशन जस्टिस ए के गांगुली ने चार हफ़्तों का वक़्त मांग लिया है ताकि वो ख़ातून की जानिब से उन के मौक़िफ़ की वज़ाहत तलबी का जवाब दे सकें।इस ज़िमन में इज़हारे ख़्याल करते हुए क़ौमी कमिशन बराए ख़वातीन की रुकन निर्मला सुमंत प्रभा वाल्कर ने कहा कि जस्टिस गांगुली ने चार हफ़्तों का वक़्त मांगा है ताकि वो इस मुक़द्दमे से मुताल्लिक़ तमाम दस्तावेज़ात को इकट्ठा करसकें।
कमिशन ने इस मुक़द्दमा का सख़्ती से नोट लेते हुए सुप्रीम कोर्ट के सबकदोश जज गांगुली को जिन्सी हिरासानी में ख़ाती पाते हुए एक नोटिस जारी की है ताकि वो 6 दिसंबर को पेश आए वाक़िये में अपने मौक़िफ़ को वाज़िह करसकें जिसकी तहक़िक़ात सुप्रीम कोर्ट का एक तीन रुकनी पैनल कररहा है। इस मामले पर बरहम अवाम ने कोलकता में जस्टिस गांगुली के दफ़्तर के रूबरू अपनी नाराज़गी का इज़हार करते हुए एहतेजाज किया।