अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। दलित नेता बने जिग्नेश मेवानी ने ‘आप’ को अलविदा कह दिया है। उन्होंने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे के बाद जिग्नेश ने कहा कि उनके और ‘आप’ पार्टी के बीच कोई लड़ाई नहीं है। उन्होंने कहा कि, आम आदमी पार्टी के लोग मेरी बात को मान गए हैं। वे भी अब यही चाहते हैं कि दलित आंदोलन खुद ही आगे बढ़े। मैं साफ करना चाहता हूं कि आप पार्टी ने मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया।
ऊना में दलित युवकों की पिटाई के बाद वो दलितों के बड़े नेता बनकर उभरे हैं। ऊना में दलितों पर हुए अत्याचार के बाद जिगनेश ने ही दलित लोगों को समाज की गंदगी उठाने से मना किया था। इसमें तय हुआ था कि दलित समुदाय के लोग ना तो मैला उठाएंगे और ना ही मरे हुए पशुओं को लेकर जाएंगे।