गुजरात ने अपनी पहली महिला डीजीपी नियुक्त करी

1982 बैच की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी ‘गीता जोहरी’ को गुजरात की पहली महिला महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति ‘पी.पी. पांडे’ के इस्ताफे के बाद की गयी है। ‘गीता जोहरी’ को यह पद उनके वर्तमान पद ‘गुजरात पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक’ के साथ दिया गया है।

वह गुजरात केडर की पहली महिला आईपीएस है और अब राज्य पुलिस बल की अध्यक्षता करने वाली पहली महिला बन गई है।

सोमवार को राज्य सरकार ने घोषणा की कि उन्होंने ‘पांडे’ का इस्तेफ़ा स्वीकार कर लिया है, जिन्हें इस साल जनवरी में सेवानिवृत्त होने के बाद डीजीजी के पद पर तीन महीने का विस्तार दिया गया था।’पांडे’ का इस्तीफा सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका के बाद आया था जिसमे चुनौती दी गई थी की वे इशरत जहां और तीन अन्य विवादित फर्जी मुठभेड़ों में मुख्य आरोपी हैं।

‘जोहरी’ को एक बहुत ही सक्षम पुलिस अधिकारी माना जाता है जिन्होंने राजकोट के पुलिस आयुक्त सहित महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है और उससे पहले राज्य सीआईडी ​​के प्रमुख (अपराध) के रूप में उन्होंने सेवा प्रदान की है। सुप्रीम कोर्ट ने ‘सोहराबुद्दीन’ और ‘तुलसीराम प्रजापति’ नकली मुठभेड़ मामलों की जांच के लिए उन्हें नियुक्त किया है।

हालांकि, उन मामलों को केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपे जाने के बाद उन्हें केन्द्रीय एजेंसी द्वारा आरोप पत्र भेजा गया था लेकिन बाद में उन्हें मामले से मुक्त कर दिया गया था।

सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में गुजरात और राजस्थान के श्रेष्ठ आईपीएस अधिकारियों सहित गुजरात के तत्कालीन गृह मंत्री ‘अमित शाह’ भी शामिल थे, जिन्हें बाद में मामले से मुक्त कर दिया गया था।