गुजरात में मोदी दौर-ए-इक्तदार नाज़ी दौर के मुमासिल : कांग्रेस

नई दिल्ली, ०२ फरवरी (पी टी आई) बाअज़ पार्टी क़ाइदीन की जानिब से नरेंद्र मोदी की सताइश के बाद परेशानी का सामना करनेवाली कांग्रेस ने आज चीफ़ मिनिस्टर गुजरात को अपनी तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए इस के दौर‍ ए‍ इक़्तेदार को नाज़ी बतौर हुकूमत के मुमासिल क़रार दिया।

कांग्रेस के तर्जुमान मनीष तीवारी ने एक प्रैस कान्फ़्रैंस में कहा कि नाज़ियों ने भी शाहराहें तामीर की थीं, लेकिन नाटो दौर-ए-हकूमत उन की बिना पर मशहूर नहीं है बल्कि इस के बेगार कैम्पों की वजह से शोहरत रखता है। ये बेगार कैंप थे जहां यहूदीयों को रहने पर मजबूर किया जाता था।

ताहम तीवारी ने उजलत में अपने ब्यान में इज़ाफ़ा करते हुए कहा कि वो कोई तक़ाबुल नहीं कर रहे हैं। उन्हों ने कहा कि इस का लिहाज़ किए बगै़र कि गुजरात को एक फ़आल रियासत समझा जाता है, लेकिन ये एक वहम है। गुजरात की बी जे पी हुकूमत बेअमल है और गुजरात क़त्ल-ए-आम में लायक़ ताज़ीर भी है।

उन्हों ने कहा कि वो कोई तक़ाबुल नहीं कर रहे हैं, लेकिन यक़ीनी तौर पर ये चंद सबक़ हैं जो तारीख़ हमें सिखाती है। वो चीफ़ मिनिस्टर दिल्ली शीला दीक्षित के कल के तबसरा के बारे में सवालों के जवाब दे रहे थे। चीफ़ मिनिस्टर दिल्ली ने मुबय्यना तौर पर कहा था कि इस बारे में कोई दो राएं नहीं हो सकतीं कि गुजरात में तरक़्क़ी हो रही है और हुकूमत बार बार मुंतख़ब की जा रही है क्योंकि वो तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाती है। इस तबसरा पर तनाज़ा पैदा हो गया है।

बादअज़ां शीला दीक्षित ने वज़ाहत की कि वो मोदी की सताइश नहीं कर सकतीं, जिन पर गुजरात में फ़िर्कावाराना फ़सादाद का इल्ज़ाम है। दरीं असना कांग्रेस के एक और तर्जुमान अभिषेक सिंघवी ने कल कहा था कि चीफ़ मिनिस्टर दिल्ली का ब्यान मुख़्तलिफ़ सयाक़-ओ-सबॉक् में दिया गया था।