गुलजार के गीत से हुई जयपुर साहित्य महोत्सव की आग़ाज़

जयपुर साहित्य उत्सव की शुरूआत जयपुर के दिग्गी पैलेस में जाने-माने गीतकार गुलजार के गीत से हुई।

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुलजार, अमेरिकी कवि एन्ने वाल्डमैन और आध्यात्मिक लेखक साधगुरू की मौजूदगी में पांच दिनों तक चलने वाले समारोह की शुरूआत की। वसुंधरा राजे ने कहा कि जयपुर साहित्य उत्सव की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ी है और इसकी नकल में दूसरे उत्सव भी शुरू हुए हैं जो अच्छी बात है।’’

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साहित्यिक चर्चा और सामाजिक संवाद के सफल प्रणेता के तौर पर जेएलएफ इस वर्ष ‘द फ्रीडम टू ड्रीम’ की थीम के पर आयोजित हो रहा है। इस के जरिए दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक का जश्न मनाया जा रहा है। इसके तहत भारत के इतिहास और भविष्य के संदर्भ में आधुनिक भारत के बारे में भी चर्चा की जाएगी।

बॉलीवुड के कई कर्णप्रिय गाने लिखने वाले गुलजार ने भीड़ में लेखक बनने की चाहत रखने वालों को संबोधित किया और उनसे कहा कि खुद से सवाल पूछें कि उनकी लेखनी से जनता और समाज पर क्या असर होगा। उन्होंने समारोह के आयोजकों की उनके कड़ी मेहनत के लिए प्रशंसा की और कहा कि युवा लेखकों को प्रोत्साहित करने में साहित्य उत्सव का बड़ा योगदान है।

दुनिया के सबसे बड़े साहित्यिक आयोजन के रूप में पहचाने जाने वाले इस लिट फेस्ट में इस बार 250 से अधिक लेखक, विचारक, राजनेता, पत्रकार और लोकप्रिय सांस्कृतिक हस्तियां हिस्सा लेंगी। आयोजकों के अनुसार इस बार दर्शकों की संख्या पिछले संस्करण में आए 3,30,000 दर्शकों से बेहद अधिक होगी।