हजरत जैद बिन तलहा रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) फरमाया, जो शख्स अपने गुस्सा को जब्त करे, क़यामत के दिन अल्लाह तआला उसे इख्तियार देगा,के जिस हूर का चाहे इन्तेखाब करे। (तिरमिजी शरीफ )
हजरत जैद बिन तलहा रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) फरमाया, जो शख्स अपने गुस्सा को जब्त करे, क़यामत के दिन अल्लाह तआला उसे इख्तियार देगा,के जिस हूर का चाहे इन्तेखाब करे। (तिरमिजी शरीफ )