गोधरा : गरबा के पंडालों में मुस्लिम नौजवानों के दाख़िला पर इमतिना

लव‌ जिहाद तनाज़े के पस-ए-मंज़र में मुसलमानों के गुजरात के ज़िला गोधरा में गरबा तक़ारीब में शिरकत पर इमतिना आइद कर दिया गया है। हिंदूतवा हामी तंज़ीम हिंदू असमीता हित रखशक समीती ने इल्ज़ाम आइद किया है कि मुस्लिम नौजवान गरबा के मुक़ामात पर हिंदू लड़कीयों को तरग़ीब दे रहे हैं।

तंज़ीम ने मज़ीद कहा कि उन्होंने इन लड़कों के दाख़िले को रोकने के लिए वसीअ पैमाने पर इंतेज़ामात किए हैं। इस ग़ैरमारूफ़ तंज़ीम को विश्वा हिंदू परिषद की ताईद हासिल है जिस ने गरबा के मुंतज़मीन से ख़ाहिश की है कि गरबा में शिरकत करने के लिए आने वाले अफ़राद के शनाख़ती कार्ड्स की बारीकबीनी से जांच की जाये।

ये फ़रमान जारी करते हुए समीती के रुकन जय‌ मन शाह ने इल्ज़ाम आइद किया कि जब मुसलमान वंदे मातरम गाने में मुश्किल महसूस करते हैं तो उन्हें हिंदूओं के मज़हबी अक़ाइद की तौसीक़ नहीं करनी चाहिए। नवरात्री तक़ारीब में उनकी शिरकत की कोई ज़रूरत नहीं है। शाह ने कहा कि लव‌ जिहाद एक हक़ीक़त है लेकिन हम गुजरात में ऐसा नहीं होने देंगे।

एक ख़बर के बमूजब बाज़ मुंतज़मीन ने फ़ैसला किया है कि अगर मुस्लिम नौजवान अपने अरकाने ख़ानदान के साथ गरबा में शिरकत करें तो उन्हें उसकी इजाज़त दी जाएगी। दरीं असना मुसलमानों ने भी फ़ैसला किया है कि इन तक़ारीब में शिरकत नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि वो पुरअमन माहौल को मुकद्दर नहीं करना चाहते।

गोधरा में कई फ़िर्कावाराना फ़सादात‌ 2002 के गुजरात फ़सादात‌ के दौरान होचुके हैं। चंद दिन क़बल इमाम मह्दी हसन ने गुजरात की इंतेहाई मक़बूल तक़रीब नवरात्री को शैतानों का तहवार क़रार देते हुए एक तनाज़ा खड़ा कर दिया था। इमाम मह्दी हसन गुजरात के एक आलम दीन हैं उन्हें उस वक़्त शौहरत हासिल हुई थी जबकि 2011में सद भावना भूक हड़ताल के दौरान उन्हों ने उस वक़्त के चीफ़ मिनिस्टर गुजरात नरेंद्र मोदी को मुसलमानों की टोपी पहनाने की कोशिश की थी।