पानाजी: गोवा के चीफ़ मिनिस्टर लक्ष्मी कांत पार सीकर ने कहा कि इस रियासत के स्कूलों केलिए 21 जून को बैन-उल-अक़वामी यौमे योगा का एहतेमाम करना लाज़िमी नहीं है। चीफ़ मिनिस्टर ने ये वज़ाहत की जिस से एक दिन क़बल रियासती महिकमा तालीम ने स्कूलों को यौमे योगा का एहतेमाम करने की हिदायत की थी।
पार सीकर ने कहा कि स्कूलों में योगा लाज़िमी नहीं है। अपने स्कूलों में यौमे योगा का एहतेमाम ना करने वालों को हम कोई सज़ा नहीं देंगे। पार सीकर ने कहा कि उन्हें कैथोलिक पादरी का काल मौसूल हुआ था, जिन्होंने कहा कि इतवार को योगा का एहतेमाम मकन ना होगा क्योंकि तलबा उस रोज़ गिरजाघर में मुनाक़िद होने वाले दुआइया इजतिमा में शिरकत करते हैं।
चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि में स्कूलों से कह चुका हूँ कि वो अपनी सहूलत के मुताबिक़ हफ़्ता, इतवार या पीर कभी भी ये मुनाक़िद करसकते हैं लेकिन में वाज़िह करता हूँ कि योगा लाज़िमी नहीं है और हम इस केलिए किसी को मजबूर नहीं कररहे हैं। गोवा की हुकूमत यौमे योगा तक़ारीब के एहतेमाम पर इब्तिदा से पस-ओ-पेश कररही थी।
महिकमा तालीम ने पहले एक गशती जारी करते हुए तमाम स्कूलों को बामबोलम में मुनाक़िद शुदणी रियासती सतह के यौमे योगा प्रोग्राम में हिस्सा लेने की हिदायत की थी। ताहम बाज़ स्कूल इंतेज़ामीया जात की तरफ़ से एहतेजाज के बाद इन अहकाम को वापिस ले लिया गया था।
गोवा में किसी भी सरकारी या ख़ानगी स्कूल में यौमे योगा के एहतेमाम का लज़ूम नहीं रहेगा और जो इंतेज़ामीया ये प्रोग्राम मुनाक़िद करना चाहते हैं करसकते हैं। ताहम प्रोग्राम के इनीक़ाद के लिए किसी को मजबूर नहीं किया जाएगा।