गोवा के कांग्रेस विधायकों ने मंगलवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात की. कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल से मांग की कि गोवा विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया जाए.
नेता विपक्ष बाबू कवलेकर कें नेतृत्व में कांग्रेस विधायको ने राज्यपाल से मुलाकात की. कांग्रेस ने कहा कि विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर मनोहर पर्रिकर सरकार को बहुमत साबित करने को कहा जाए, नही तो हमे मौका दिया जाए.
उल्लेखनीय है कि 40 सदस्यों वाली गोवा विधानसभा में कांग्रेस के 16 विधायक हैं. सभी 16 विधायकों ने राज्यपाल को उनकी अनुपस्थिति में सोमवार को एक ज्ञापन सौंपा था. इसमें उन्होंने आग्रह किया था कि वह विधानसभा भंग नहीं करें, बल्कि वैकल्पिक सरकार बनाने के लिए उनकी पार्टी को आमंत्रित करें.
इस बीच गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के प्रमुख विजय सरदेसाई ने मंगलवार को कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने फोन कर उनसे गोवा में राजनीतिक हालात एवं ‘‘स्थिरता सुनिश्चित करने’’ के विषय पर चर्चा की. जीएफपी बीजेपी की सहयोगी पार्टी है और राज्य में उसके तीन विधायक हैं.
सरदेसाई ने बताया,‘राजनीतिक हालात का जायजा लेने के लिये बीजेपी के राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के यहां पहुंचने से पहले अमित शाह ने मुझे फोन किया. उन्होंने खासतौर पर राजनीति हालात एवं मनोहर पर्रिकर सरकार की स्थिरता सुनिश्चित करने पर चर्चा के लिये फोन किया था.’
जीएफपी प्रमुख ने कहा,‘शाह ने मुझे बीजेपी पर्यवेक्षकों की ‘प्रस्तावित’ यात्रा के बारे में सूचित किया. सरकार में सहयोगी कितने अहम हैं और स्थिरता सुनिश्चित करने में उसकी भूमिका को लेकर उन्होंने चर्चा की.’
सरदेसाई ने दावा किया कि उन्होंने मांग की थी कि पर्रिकर की बीमारी को देखते हुए गोवा में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में अगर बीजेपी कुछ सोच रही है तो इसका स्थाई समाधान हो, इसके बाद ही शाह का यह फोन आया है.
सरदेसाई ने कहा,‘मैं सार्वजनिक रूप से तदर्थ व्यवस्था का विरोध कर चुका हूं.’उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी मौजूदा स्थिति पर बीजेपी के फैसले का इंतजार कर रही है. मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पिछले कई दिनों से दिल्ली के एम्स में भर्ती हैं. वह इस साल के शुरूआत से ही अस्वस्थ्य चल रहे हैं. वह इलाज के लिए तीन महीने अमेरिका में भी रहे थे.