गौरी लंकेश हत्याकांड: पुलिस केस सुलझाने के करीब, दूसरे केस से भी तार जुड़े

कर्नाटक पुलिस स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) वरिष्ठ पत्रकार और कार्यकर्ता गौरी लंकेश हत्या मामले को सुलझाने के नजदीक पहुंच गई है। जनवरी 2018 में मैसूरू में लेखक केएस भगवान की हत्या की साजिश रचने के आरोप में पकड़े गए चार आरोपियों को कट्टरपंथी हिंदू संगठन सनातन संस्था से जुड़े हुए थे। इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को गौरी लंकेश हत्याकांड के तार भी इन आरोपियों से जुड़ते मिले।

पिछले हफ्ते एसआईटी द्वारा गिरफ्तार किए गए चार लोग सनातन संस्थान इसके आनुषांगिक संगठन हिंदू जनजागृती समिति (एचजेएस) से जुड़े हुए हैं। साथ ही इनके तार हिंदू युवा सेना के कार्यकर्ता 37 वर्षीय केटी नवीन कुमार से भी जुड़े हुए हैं। नवीन कुमार ने 2017 में एचजेएस और सनातन संस्था की कई बैठकों में भाग लिया था और उसे गौरी लंकेश हत्या मामले में फरवरी 2018 में गिरफ्तार किया गया था।

लंकेश पत्रिका की संपादक गौरी लंकेश की हत्या 5 सितंबर 2017 में पश्चिमी बंगलूरू में उनके घर के बाहर कर दी गई थी। कन्नड़ कवि और पत्रकार पी लंकेश की बड़ी बेटी पर सात राउंड फायरिंग की गई थी।

गिरफ्तार किए गए चार लोग हैं: महाराष्ट्र के एचजेएस के कार्यकर्ता 39 वर्षीय अमोल काले उर्फ भाईसाब; सनातन संस्था के कार्यकर्ता और गोवा के निवासी 39 वर्षीय अमित देग्वेकर उर्फ प्रदीप; कर्नाटक के विजयपुरा के निवासी 28 वर्षीय मनोहर एडेव; और एचजेएस और मंगलौर के सनातन संस्थान कार्यकर्ता 37 वर्षीय सुजीत कुमार उर्फ प्रवीण, जिसपर कर्नाटक में केएस भगवान की हत्या की योजना बनाने का आरोप है।

एसआईटी ने कोर्ट में 650 पन्नों की चार्जशीट पेश की है। इस दस्तावेज में 131 बयान दर्ज किए गए हैं जिसमें एफएसएल अधिकारियों और अभियुक्त केटी नवीन और प्रवीन के बयान भी दर्ज हैं।