हैदराबाद : ग्रेटर हैदराबाद के सीमाओं में आरसीटी का मामला आमदनी अठन्नी ख़र्चा रुपया के हिसाब में चल रहा है । रोज़ाना आर टी सी को 2.98 करोड़ रुपय की आमदनी है। जब कि 4.12 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं । रोज़ाना ग्रेटर हैदराबाद की सीमा में आर टी सी को 1.14 करोड़ रुपये के नुक़्सानात बर्दाश्त करना पड़ रहा है।
शहरी जनता को ज़रूरत के मुताबिक़ आर टी सी प्रशासन द्वारा नई बसें उपलब्ध नहीं हैं जिसकी वजह से यात्रियों की संख्या में वृद्धि ना होने से ग्रेटर आर टी सी नुक़्सान हो रहा है। इस के अलावा शहर में घरेलू गाड़ीयों की प्रतिस्पर्धा में भी इज़ाफ़ा हो गया है। डीज़ल की बढ़ती हुई क़ीमतों से भी नुक़्सान में इज़ाफ़ा हो रहा है।
साल 2016-17 के दौरान ग्रेटर हैदराबाद आर टी सी को 354.75 करोड़ रुपये का नुक़्सान हुआ जो 2017-18 में बढ़कर 418 करोड़ रुपय तक पहूंच गया। पेट्रोल और डीज़ल की बढ़ती हुई क़ीमतों से ग्रेटर हैदराबाद को सालाना 70 करोड़ रुपय का नुक़्सान हो रहा है। ग्रेटर हैदराबाद आर टी सी की सीमा में कुल 29 डिपोज़ हैं जिनके ज़रीया रोज़ाना 3572 बसें 10.09 लाख किलो मीटर चलाई जाती हैं।