चंद्रा बाबू की यात्रा में वाअदे सफ़ैद झूट पर मबनी(मुनसीर)

सदर नशीन बीस नकाती मशी प्रोग्राम अमल आवरी कमेटी डाक्टर एन तुलसी रेड्डी ने क़ाइद(लीडर)अप्पोज़ीशन सदर तेल्गुदेशम‌ पार्टी मिस्टर एन चंद्रा बाबू नायडू की तरफ‌ से अपनी पदयात्रा के दौरान हुकूमत के तालुक़(संबंद‌) से अवाम के रूबरू ज़ाहिर किए जाने वाले ख़्यालात को (बातों को) सफ़ैद झूट से ताबीर किया और उन्हें(चंद्रा बाबू नायडू)को अपनी सख़्त तन्क़ीद(बुराई)का निशाना बनाते हुए कहा के जब साबिक(पेचले)में वो (चंद्रा बाबू नायडू)चीफ़ मिनिस्टर थे तब एक रुपय भी अवाम में तक़सीम ना करके अवाम में गैस‌ सरबराह करने की बातें बहुत‌ अफसोसनाक हैं और उन के 9 साला दौरे हुकुमत‌ में गैस‌ की क़ीमतों में 9 मर्तबा इज़ाफ़ा करके जुमला 160 रुपय गैस‌ स्लनडरस पर बढ़ाए गए।

आज यहां सकरीटरीट मीडीया प्वाईंट पर अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए डाक्टर एन तुलसी रेडडी ने कहा के साल 1995 ग़ियास सीलनडर की क़ीमत 107 रुपय थी और साल 2000 तक ये क़ीमत बढ़ कर 107 से 267 रुपय होगई।

उन्हों ने कहा के मर्कज़ में बरसर इक़तेदार साढे़ आठ साला यू पी ए हुकूमत में सिर्फ 127 रुपय का इज़ाफ़ा हुव‌। इस तरह साल 2004 में 267 रुपय ग़ियास सीलनडर की क़ीमत थी और अब ये क़ीमत बढ़ कर 394 रुपय हुई है। उन्हों ने बर्क़ी(लाइट) के मसला पर इज़हार ख़्याल करते हुए कहा के तेलगो देशम दौर हकूमत में ज़रई अग़राज़ केलिए किसानों को 9 घंटे मूसिर बर्क़ी(लाइट) सरबराह करने की जो बात की जा रही है, वो भी सफ़ैद झूट के सिवा कुछ नहीं है और हक़ीक़त ये है के 7 घंटे बर्क़ी (लाइट) किसानों को सरबराह करने का आग़ाज़ ख़ुद साबेक़ तेलगो देशम हुकूमत में ही हव‌ था।

जब के साबेक़ तेलगो देशम हुकूमत में जुमला 23 लाख पंप सैटस केलिए बर्क़ी(लाइट) कनैक्शनस पाए जाते थे और उन बर्क़ी(लाइट) पंप सैटस केलिए बर्क़ी(लाइट) बिल हासिल करके सात घंटे बर्क़ी(लाइट) सरबराह की जाती थी लेकिन आज कांग्रेस हुकूमत में जुमला 32 लाख बर्क़ी(लाइट) पंप सैटस केलिए मुफ़्त बर्क़ी(लाइट) सरबराही 7 घंटे की जा रही है।

सदर नशीन बीस नकाती मशी प्रोग्राम अमल आवरी कमेटी ने कहा के चंद्रा बाबू का ये कहना के इन की पदयात्रा का मक़सद सयासी मुफ़ादात(फ़ायदा) का हुसूल नहीं बलके अवाम के मसाइल से वाक़फ़ीयत हासिल करना है, इंतिहाई अफसोसनाक है। उन्हों ने नायडू से दरयाफ़त किया के अगर उन की पदयात्रा सयासी मुफ़ादात(फ़ायदा) केलिए नहीं है तो प्रकाश कर्त, ऐस सुधाकर रेडडी, सैक्रेटरी जनरल सी पी आई ऐम-ओ-सी पी आई, अखिलेश यादव, जया ललीता, नतीश कुमार, नवीन पटनाइक, देवेगौड़ा, चौटाला दीगर क़ाइदीन(लीडर) को मक्तूब बात(ख़त) तहरीर(लिकना) क्यों किए गए ।

उन्हों ने परज़ोर(तेज़) अलफ़ाज़ में कहा के रियास्ती कांग्रेस हुकूमत की कारकर्दगी रियासत में बीस नकाती मशी प्रोग्राम की अमल आवरी में ज़िंदा मिसाल है।

उन्हों ने कहा के चंद्रा बाबू की बातों से रियास्ती अवाम हरगिज़ गुमराह नहीं होंगे।