इतवार को हर मिनट कुछ नया अफवाह पैदा ले रही थी। लोग फोन से एक-दूसरे का हालचाल ले रहे थे और दरख्वास्त करते दिखें कि नौकरी से छुट्टी लेकर घर आ जाओ। इस दरमियान इतवार की रात आसमान में चांद उल्टा होने की अफवाह तेजी से उड़ी। मोबाइल फोन और वाट्सएप पर यह मैसेज वायरल होने के बाद लोगों के दरमियान आसमान निहारने की होड़ लग गई। कई लोग इसे भारी तबाही का इशारा बताने लगे। हालांकि, यह बात कोरी बकवास साबित हुई।
आम वाकिया है चांद का ऐसा होना
इतवार को चाँद आधा था। सूरज जब जुनूबी गोल में मेष, वृष, मिथुन वगैरह गृह में जाते हैं, तो चाँद का मगरीबी हिस्स कटता है। जाड़े के दिनों में चाँद का मशरिकी हिस्सा कटता है। राजनाथ ने बताया कि खगोल विज्ञान के मुताबिक चाँद अपनी सही हालत में है। इससे किसी तरह की परेशानी नहीं होने वाला है। यह बिल्कुल आम अमल है।
ज़लज़ला के झटके तीन तरह के होते हैं। पहले को ओरूज़, दूसरे को अहम और तीसरे को बाद वाला झटका कहा जाता है। बाद वाले झटके इसलिए महसूस किए जाते हैं कि ज़मीन की गहराई में चट्टानों को अपने जगह में आना होता है। बाद वाले झटके की रफ्तार कम होती है। लिहाजा इससे नुकसान होने की इमकान बहुत कम रहती है। ये झटके अहम झटके के 24 से 48 घंटे के बाद महसूस किए जाते हैं। नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी के चेयरमैन प्रो. रासबिहारी सिंह के मुताबिक- अहम झटका ही खतरनाक होता है।
ज़लज़ले के झटके आएं तो ऐसे बचें
लिफ्ट का इस्तेमाल न करें {दौड़कर भागे नहीं, वरना झटके तेजी से महसूस होंगे {घर या अपार्टमेंट में रखी बड़ी अलमारी के पास न रहें।
जितनी जल्दी हो घर से निकलकर खुले मुकाम पर चले जाएं।
अगर गाड़ी चल रही है तो रफ्तार कम कर दें और पार्किंग में इसे लगा दें।
घर से भागते वक्त छोटी गलियों का इस्तेमाल न करें।