मुजफ्फरपुर 24 जुलाई : कांटी के कोल्हुआ पैगंबरपुर वस्ती स्कूल में चावल की बोरी से कपड़े में बंद गोलियां मिलने से सनसनी फैल गयी। आनन-फानन में मिड डे मील को रोक दिया गया। गोली को ताफ्सिश के लिए हेड क्वार्टर भेजा गया, लेकिन सिविल सजर्न ने गोली की जांच से इनकार कर दिया, अब बुध को गोली की जांच होगी। वहीं, गोली मिलने की इत्तेला के बाद स्कूल में वालेदैन का जमावड़ा लग गया। तमाम अपने बच्चों को स्कूल से लेकर घर चले गये। इसके चलते मंगल को स्कूल में मिड डे मिल नहीं बना। स्कूल में सात सौ तलबा तलेबात पढ़ते हैं।
बावर्ची की तैयारी
मंगल को दिन में वस्ती स्कूल में मिड डे मील बनाने की तैयारी चल रही थी। इसी दौरान बावर्ची ने बोरे से चावल धोने के लिए निकाला। इस दौरान उसे चावल के बीच से कपड़े में लिपटा हुआ टेबलेट मिला। बावर्ची ने इसकी जानकारी तुरंत स्कूल की प्रिंसिपल किरण कुमारी को दी।
जुट गये गांववाले
प्रिंसिपल टेबलेट को कपड़े से निकाल कर देख ही रही थी। यह बात आसपास के इलाके में फैल गयी। आनन-फानन में गांव से लोग स्कूल पहुंच गये। स्कूल अहाते में गावं वाले जुट गये। मिड डे मील को रोक दिया गया।
प्रिंसिपल ने टेबलेट मिलने की इत्तेला ब्लाक खिदमत गुजार अर्चना कुमारी को दी, जब तक अर्चना कुमारी स्कूल पहुंचती। गावं के बीच टेबलेट को लेकर तरह-तरह की बहस होने लगी। गावं वालों का कहना था, टेबलेट सल्फास हो सकती है। वहीं, अर्चना कुमारी बोरे से निकला टेबलेट लेकर जिला मिड डे मील इंचार्ज संदीप कुमार के पास रवाना हो गयी।
फूड इंस्पेक्टर बुध को टेबलेट की जांच करेंगे, तब जाकर पता चलेगा। आखिर बोरे से निकला टेबलेट है क्या?
टेबलेट मिलने की बात सामने आयी तो वालेदियन अपने बच्चों को लेकर घर जाने लगे। इस पर प्रिंसिपल किरण कुमारी ने कहा, दूसरे बोरे के चावल से वह मिड डे मील बनवा देंगी, लेकिन वालेदैन तैयार नहीं हुये। यह लोग डरे हुये थे। वालेदैन ने कहा, उनके बच्चे खाना नहीं खायेंगे। यह कहने के बाद वालेदैन एक-एक कर अपने बच्चों को लेकर घर के लिए रवाना हो गये।