नई दिल्ली, 26 अप्रैल: सी पी आई (एम) ने मग़रिबी बंगाल में करोड़ों रुपयों के चिट फ़ंड अस्क़ाम की सी बी आई के ज़रिये तहक़ीक़ात करवाने का मुतालिबा किया और हुकूमत से ये भी मुतालिबा किया कि शारदा ग्रुप के तमाम असासा जात (सम्पत्ती) को ज़ब्त करलिया जाये ताकि मुतअद्दिद छोटे मोटे सरमाया कारों को उन की लगाई गई रक़म की बाज़ अदायगी की जा सके। सी पी आई( एम) के सीनियर क़ाइद सीताराम एचोरी ने मीडिया नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि मर्कज़ी अथॉरिटीज़ जैसे आर बी आई और सी बी भी लाईसेंस की इजराई मामले में मुलव्विस हैं और नान, बैंकिंग फ़ैनान्शियल कंपनियों पर कोई तवज्जो नहीं दी, लिहाज़ा सिर्फ़ रियासती पुलिस की जानिब से तहक़ीक़ात करवाना मुनासिब नहीं बल्कि सी बी आई की तरफ़ से तहक़ीक़ात करवाना इंतिहाई ज़रूरी है।
सीता राम एचोरी ने वज़ीरे आला ममता बनर्जी के इस ऐलान पर जहां उन्होंने कहा था कि सरमाया कारी करने वालों को बाज़ अदायगी के लिए 500 करोड़ रुपये का फ़ंड तशकील दिया जाएगा कहा कि सरमाया कारों को अगर राहत फ़राहम ही करना है तो इस का सब से बेहतरीन तरीक़ा ये है कि शारदा ग्रुप के तमाम असासा जात (सम्पत्ती) ज़ब्त करलिये जाएं और उन को नीलाम किया जाये जैसा कि सहारा ग्रुप मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने हिदायत की थी।
हुकूमत इन असासा जात (सम्पत्ती) को नीलाम ना करते हुए अपने पास रख कर दरअसल लुटेरों की राह हमवार कर रही है। शारदा ग्रुप के असासा जात को नीलाम करने के बाद भी जितनी रक़म चाहिए अगर हासिल ना होती हो तो सिर्फ़ उसी सूरत में सरकारी खज़ाने से भी रक़म हासिल की जा सकती है। एचोरी ने कहा कि रियासती हुकूमत एक अर्से से मर्कज़ी हुकूमत से फंड्स की इजराई की अपीलें कर रही है, लेकिन मर्कज़ी हुकूमत हमेशा ये दलील पेश करती है इस के पास फंड्स की क़िल्लत है तो फिर मर्कज़ी हुकूमत शारदा ग्रुप के असासा जात नीलाम क्यों नहीं करती?
एचोरी ने इन तमाम अफ़राद से जिन के हालात इस अस्क़ाम की वजह से बेकार होगए हैं, उन्से हमदर्दी का इज़हार किया और कहा कि बाएं बाज़ू की जमातें एक अर्से से मर्कज़ी हुकूमत को इंतिबाह दे रही थीं कि मग़रिबी बंगाल में कुछ कंपनियां सीधी साधी अवाम को लूट रही हैं।