चिदम़्बरम के ब्यान पर यू पी ए और हलीफ़ों में तल्ख़ी

पी चिदम़्बरम के इस ब्यान पर कि मग़रिबी बंगाल में बैन पार्टी झड़पें एक फ़िक्रमंदी का मुआमला हैं, पर यू पी ए की हलीफ़ तृणमूल कांग्रेस ने सख़्त रद्द-ए-अमल (प्रतिक्रिया) ज़ाहिर करते हुए दावा किया कि ये सदारती इंतिख़ाब( राष्ट्रपति चुनाव) से पहले एक साज़िश है जबकि कांग्रेस ने कहा कि मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला ( गृह मंत्री) का मौक़िफ़ बिलकुल दुरुस्त है।

इस तरह कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस में दुबारा तल्ख़ी पैदा हो गई है। गोहाटी से मौसूला इत्तिला के बमूजब ( मुताबिक) यू पी ए के सदारती उम्मीदवार परनब मुकर्जी ने आज एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस से अपील की कि रियास्ती सतह की पार्टीयों कुमलक के आला तरीन दस्तूरी ओहदा के लिए उन की उम्मीदवारी की ताईद करनी चाहीए।

एक प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब ( संबोधित) करते हुए उन्होंने कहा कि वो पहले ही जनतादल (यू) , शिवसेना, फ़ारवर्ड बलॉक , सी पी आई एम , समाजवादी पार्टी, आर जे डी और बी एस पी की ताईद ( समर्थन) हासिल कर चुके हैं, लेकिन रियास्ती सतह की सयासी पार्टीयों बिशमोल टी एम सी से अपनी ताईद की दुबारा अपील करते हैं।

अहमदाबाद से मौसूला इत्तिला के बमूजब बी जे पी के हिमायत याफ़ता सदारती उम्मीदवार पी ए संगमा ने आज कहा कि कांग्रेस के लिए सदारती इंतिख़ाबात में कामयाबी इतनी आसान नहीं होगी जितना कि वो तसव्वुर कर रही हैं। वो 19 जुलाई के सदारती इंतिख़ाबात केलिए अपनी इंतिख़ाबी मुहिम चलाने के लिए अहमदाबाद के दौरा पर थे।

एक प्रैस कान्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि कांग्रेस को एक सदर चाहीए। ऐसा सदर जो अंधा, बहरा और गूंगा ना हो। हिंदूस्तान को एक ऐसे सदर की ज़रूरत है जो ग़ौरोफ़िक्र करता हो और फ़आल हो । दरीं असना बी जे पी ने एक बार फिर परनब मुकर्जी की दस्तख़त के बारे में फ़ौरी तहक़ीक़ात करवाने का मुतालिबा किया।