नई दिल्ली
आलमगीर सतह से उर्दू शारा-ए-की कसीर तादाद बिशमोल पाकिस्तान-ओ-चीन नई दिल्ली में सालाना जश्न बिहार मुशायरा के लिए जमा होंगे। ये मुल्क का सब से बड़ा ग़ैर सियासी उर्दू शायरी का समपोज़ीम है जो गुज़िशता 17साल से मुस्तक़िल तौर पर यक्म अप्रैल को मुनाक़िद किया जाता है इस में इमकान है कि जावेद अख़तर वसीम बरेलवी दीगर मुमताज़ शारा-ए-के साथ एक ही शहि नशीन पर हूँ गे।
हाज़िरीन को पुरजोश करने वाले शाइरों में बीजिंग के ज़ंग शकझ़वान के इलावा न्यूयार्क के अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह टोरंटो के इशफ़ाक़ हुसैन ज़ैदी और जुदा के उम्र सलीम अलईदरोस शामिल होंगे। मुशायरा में बरसों बाद पाकिस्तानी शारा-ए-भी शिरकत करेंगे जिन में तीन शारा-ए-किशवर नाहीद( ईस्लामाबाद) अमजद इस्लाम अमजद ( लाहौर ) और अंबरीन बासित ( कराची) शामिल होंगे।
मुशायरा दिल्ली पब्लिक स्कूल मथूरा रोड पर मुनाक़िद किया जाएगा। अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी के वाइस चांसलर ज़मीरुद्दीन शाह मेहमान ख़ुसूसी होंगे और सदारत नामवर सहाफ़ी-ओ-अदीब कुलदीप नय्यर की होगी। हिन्दुस्तानी शारा में कोलकता से मुनव्वर राना मुरादाबाद से मंसूर उसमानी और मेरठ के पापूलर मेरठी शामिल हैं।